Ankita Murder Case: अंकिता मर्डर केस में बड़ा एक्शन, DM ने पटवारी वैभव प्रताप को किया निलंबित
मृतक अंकिता (Photo Credits AN)

Ankita Murder Case: अंकिता हत्याकांड मामले में जिला अधिकारी द्वारा प्रारंभिक जांच आख्या के आधार पर राजस्व उपनिरीक्षक उदयपुर तहसील यमकेश्वर के वैभव प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है. जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि यमकेश्वर में दिनांक 26 सितंबर को प्रारंभिक जांच आख्या प्राप्त हुई, जिसके अनुसार ग्राम गंगा भोगपुर तल्ला तहसील यम्केश्वर अंतर्गत वंतरा रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी हत्याकांड से स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों में अत्याधिक रोश उत्पन्न है, उक्त घटना कांड में राजस्व पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें प्रकरण को नियमित पुलिस को विवेचना के लिए हस्तांतरित कर दिया गया.

दरअसल, अंकिता हत्याकांड मामले में कोताही बरतने और दूसरे को चार्ज देकर अवकाश पर गए पटवारी वैभव प्रताप को निलंबित कर दिया गया है. पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने उदयपुर पल्ला 2 के पटवारी वैभव प्रताप सिंह को यमकेश्वर एसडीएम की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है.  साथ ही इस मामले की जांच लैंसडाउन एसडीएम को सौंपी है. यह भी पढ़े: Ankita Murder Case: अंकिता मर्डर केस में बड़ा एक्शन, DM ने पटवारी वैभव प्रताप को किया निलंबित

आपको बता दें कि, अंकिता भंडारी मर्डर केस में यमकेश्वर तहसील के उदयपुर पल्ला 2 का पटवारी वैभव प्रताप घटना के बाद से ही अवकाश पर चल रहा था। पटवारी की भूमिका पर सभी को संदेह हो रहा था। जबकि, वैभव प्रताप के अवकाश पर जाने के बाद पास के क्षेत्र से कांडाखाल चौकी के पटवारी विवेक कुमार को 20 सितंबर को चार्ज दिया गया था। वहीं, इस कांडाखाल चौकी के पटवारी वैभव प्रताप की भूमिका भी संदेह के घेरे में थी। इतना ही नहीं अंकिता के परिजन और तमाम विपक्षी दल भी पटवारी के अचानक अवकाश पर जाने की बात पर उसे घेर रहे थे.

दरअसल, 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हुई.  19 सितंबर को रिजॉर्ट मालिक आरोपी पुलकित आर्य ने कांडाखाल चौकी पर तैनात राजस्व पुलिस के उपनिरीक्षक (पटवारी) वैभव प्रताप को इसकी सूचना दी। वैभव प्रताप ने अंकिता के पहचान संबंधी दस्तावेजों के आधार पर इस बाबत उसके परिजनों से भी संपर्क किया। उसके बावजूद, गुमशुदगी दर्ज करने से पहले ही वह चार दिन की छुट्टी पर चला गया। 20 सितंबर को चौकी का चार्ज पटवारी विवेक कुमार को दिया गया.

विवेक कुमार ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर ली. कुछ-कुछ घंटों में बदलते गुमशुदगी के इस मामले में 21 सितंबर को राजस्व पुलिस ने यह मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर करने की सिफारिश डीएम पौड़ी को भेजी. कलेक्टर ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए अगले ही दिन 22 सितंबर को मुकदमा रेगुलर पुलिस यानी लक्ष्मणझूला पुलिस को ट्रांसफर भी कर दिया. पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर अंकिता की हत्या का खुलासा भी कर दिया.