अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में दशहरे के दिन हुए बड़े हादसे में 60 से अधिक लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी, हादसे में 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हादसे के बाद से ही देश में घटना को लेकर गम का माहौल है. इस बड़ी दुर्घटना की जिम्मेदारी अभी तक प्रशासन ने नहीं ली है. एक तरफ रेलवे आरोपों से पल्ला झाड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों के बीच घटना को लेकर बहुत गुस्सा है. हादसे का शिकार हुए लोगों के घर वालों के दुःख को कम करना सरकार के बस में नहीं है. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मृतकों के परिजनों की बेहतर मदद के लिए उनकी विस्तृत प्रोफाइल तैयार करने को कहा है.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर जिला कमिश्नर और पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया है कि वो हादसे में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति की सामाजिक और आर्थिक स्थिति की विस्तृत प्रोफाइल तैयार करे. सीएम ने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं और कहा है कि इसकी रिपोर्ट चार हफ्ते के अंदर आ जाएगी. अमृतसर रेल हादसा: गुस्साए लोगों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन, आयोजक अब भी फरार
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh has directed Amritsar District Commissoner and Commissioner of Police to make a detailed socio-economic profile of each victim of #AmritsarTrainAccident that claimed 60 lives. (File pic) pic.twitter.com/scuQOzzvrz
— ANI (@ANI) October 21, 2018
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बड़े हादसे के तुरंत बाद कहा था कि वे अगले दिन घटना स्थल पर जाएंगे. उनके इस बयान की खूब आलोचना की गई. शनिवार को उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वो इजरायल दौरे पर जाने वाले थे जिस वजह से वो हादसे के वक्त नहीं पहुंच सके. उन्होंने कहा कि जब उन्हें हादसे के बारे में पता चला तो वो एयरपोर्ट पर थे. जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, तीन आतंकी ढेर
हादसे के अगले दिन शनिवार को करीब 16 घंटे बाद सीएम अमरिंदर सिंह ने घायलों और पीड़ित परिवारों की स्थिति का जायजा लिया था. पीड़ितों की मदद के लिए उन्होंने मुआवजे के तौर पर तत्काल 3 करोड़ रुपये की राशि भी जारी करने का आदेश दिया था.