
अमृतसर, 30 जनवरी : गणतंत्र दिवस के मौके पर पंजाब के अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को खंडित किए जाने के मामले में अब नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि फायर विभाग के कर्मचारियों ने ही बाबासाहेब की प्रतिमा के पास सीढ़ी लगाई थी.
26 जनवरी को हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया गया था. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. यह भी पढ़ें : Jayalalithaa Assets Case: 27 किलो सोना, 10000 साड़ियां और 1562 एकड़ जमीन, तमिलनाडु को सौंपी जाएगी जयललिता की संपत्ति
हालांकि, अब घटना से एक दिन पहले यानी 25 जनवरी 2025 की रात का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. इसमें दिखाई दे रहा है कि 25 जनवरी की रात 8:45 बजे के करीब नगर निगम के फायर विभाग की गाड़ी बाबासाहेब की प्रतिमा के नजदीक पहुंची थी. इस दौरान विभाग के कर्मचारियों ने लगभग 8:57 बजे सीढ़ी को प्रतिमा के पास लगा दिया. यह सीढ़ी 25 जनवरी की पूरी रात वही लगी रही और गणतंत्र दिवस वाले दिन भी सीढ़ी को प्रतिमा के पास से नहीं हटाया गया.
आरोपी ने 26 जनवरी की सुबह को इसी सीढ़ी का इस्तेमाल कर बाबासाहेब की प्रतिमा को खंडित करने का प्रयास किया. इतना ही नहीं, आरोपी ने मूर्ति के नीचे रखी संविधान की प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की कड़ी निंदा की थी.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा था, "श्री अमृतसर साहिब की हेरिटेज स्ट्रीट पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना बेहद निंदनीय है और इस घटना के लिए किसी को भी माफ नहीं किया जाएगा. घटना को अंजाम देने वाला चाहे कोई भी हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिलेगी. पंजाब के भाईचारे और एकता को तोड़ने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी. प्रशासन को इसकी जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं."