नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में दिवाली से पहले ही वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है. राजधानी के कई इलाकों में प्रदूषण से स्थिति गंभीर हो गई है. कई इलाकों में तो एयर क्वालिटी ऐसी हो गई है कि उसमें सांस भी ना ली जा सके. दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच चुका है. शुक्रवार सुबह दिल्ली के आईटीओ में एक्यूआई 448 और आनंदविहार इलाके में एक्यूआई 422 तक पहुंच गया.
दिल्ली के आरके पुरम में AQI 407, द्वारका में 421, सेक्टर 8 और बवाना में AQI 430 पहुंच गया. उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. War Against Pollution: प्रदुषण के मद्देनजर CM अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से दिवाली में पटाखें न जलाने की अपील की, कहा- एक साथ करेंगे लक्ष्मी पूजन.
दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल:
Delhi: Air Quality Index at 448 in the 'severe' category at ITO, as per Central Pollution Control Board pic.twitter.com/EuHKljE4tO
— ANI (@ANI) November 6, 2020
दिल्ली में सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद 'गंभीर' हो जाती है. हालात यहां तक पहुंच जाते हैं कि सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है. इससे खास तौर पर बुजुर्ग और बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम सहित कई अन्य इलाकों में भी वायु प्रदूषण ने लोगों को जीना मुश्किल कर दिया है.
हवा की गुणवत्ता की निगरानी करने वाली केंद्र सरकार की एक एजेंसी के विशेषज्ञों ने कहा है कि पराली जलाए जाने की घटना में तेज वृद्धि के साथ ही हवा की गति और तापमान में गिरावट होने से बृहस्पतिवार को दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता लगभग एक साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई.
उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरों में पंजाब के साथ हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में पराली जलाए जाने की घटनाएं दिख रही हैं. इस बीच दिली सरकार प्रदूषण से निपटने की तमाम कोशिशें कर रही है.