Delhi AIIMS Half Day On 22 January: 22 जनवरी 2024 को आयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के उपलक्ष्य में दिल्ली एम्स समेत कई बड़े अस्पताल दोपहर 2:30 बजे तक बंद रहेंगे. हालांकि, इस दौरान सभी महत्वपूर्ण नैदानिक सेवाएं यथावत जारी रहेंगी. एम्स के अलावा राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग हॉस्पिटल और लेडी हार्डिंग की नियमित चिकित्सा सेवाएँ आधे दिन की छुट्टी घोषित की गई है.
एम्स प्रशासन द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया है कि "भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के आदेश के अनुपालन में, संस्थान 22 जनवरी 2024 को दोपहर 2:30 बजे तक बंद रहेगा." नोटिस में आगे कहा गया है कि "हालांकि, आपातकालीन और महत्वपूर्ण रोगी देखभाल सेवाएं, ऑपरेशन थिएटर, ब्लड बैंक, फार्मेसी और एम्बुलेंस सेवाएं पूरे दिन चालू रहेंगी."
Breaking : Central govt Hospitals AIIMS, Safdarjung, RML and Lady Hardinge 's routine medical services to be partially closed due to Pran Pratishtha in Ayodhaya on Monday. pic.twitter.com/2Brnrfd3hX
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) January 20, 2024
एम्स के बाद, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने 20 जनवरी को घोषणा की कि वह अयोध्या राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा पर 22 जनवरी 2024 को दोपहर 2:30 बजे तक आधे दिन की छुट्टी रखेगा. हालांकि, सभी आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी और ओपीडी पंजीकरण काउंटर दोपहर 1:30 बजे खुलेंगे.
AIIMS Delhi to observe half-day holiday till 2:30 pm on 22nd January 2024 on pranpratishtha of Ayodhya Ram Temple. However, all critical clinical services shall remain functional. pic.twitter.com/TfsQFs5utI
— ANI (@ANI) January 20, 2024
इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी दफ्तरों को 22 जनवरी दोपहर 2.30 बजे तक बंद करने का आदेश जारी किया था. दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने 22 जनवरी को "प्राण प्रतिष्ठा" समारोह के अवसर पर दिल्ली सरकार के सभी कार्यालयों, नागरिक निकायों और अन्य उपक्रमों के लिए आधे दिन की छुट्टी को मंजूरी दे दी है.
गौरतलब है कि राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण कई दशकों के लंबे संघर्ष के बाद पूरा हुआ है. 22 जनवरी 2024 को होने वाला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा. एम्स प्रशासन का कहना है कि महत्वपूर्ण सेवाएं पूरे दिन चालू रहेंगी और मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.