CBI निदेशक पद से हटाए जाने के बाद आलोक वर्मा ने तोड़ी चुप्पी, कहा- झूठे और फर्जी आरोपों के आधार पर हुई कार्रवाई
आलोक वर्मा ने चुप्पी तोड़ते हुए अपनी सफाई पेश की है. सीबीआई विदेशक पद से हटाए जाने के बाद आलोक वर्मा ने कहा कि उनका ट्रांसफर उन्ही के विरोध में ररहने वाले एक व्यक्ति की तरफ से लगाए गए झूठे और फर्जी आरोपों के आधार पर किया गया है.
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Investigation Bureau) यानी सीबीआई (CBI) के निदेशक पद से आलोक वर्मा (Alok Verma) की छुट्टी किए जाने के बाद राजनीतिक हल्कों में सियासत गरमा गई है. एक ओर जहां कांग्रेस (Congress) इस मुद्दे को लेकर लगातार पीएम मोदी (PMModi) को निशाना बना रही है तो वहीं अब इस मामले में आलोक वर्मा ने चुप्पी तोड़ते हुए अपनी सफाई पेश की है. सीबीआई निदेशक पद से हटाए जाने के बाद आलोक वर्मा ने कहा कि उनका ट्रांसफर उन्हीं के विरोध में रहने वाले एक व्यक्ति की तरफ से लगाए गए झूठे और फर्जी आरोपों के आधार पर किया गया है.
आलोक वर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार मामले की उच्च स्तरीय जांच करने वाली एक अहम एजेंसी होने के नाते सीबीआई की स्वतंत्रता को सुरक्षित और संरक्षित रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस एजेंसी को बाहरी दबाव में आकर काम नहीं करना चाहिए. उनका कहना है कि उन्होंने एजेंसी की ईमानदारी को बनाए रखने की हमेशा कोशिश की है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली उच्चस्तरीय चयन समिति ने भ्रष्टाचार और कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में गुरुवार को आलोक वर्मा को पद से हटा दिया था. पद से हटाए जाने के बाद उन्हें गृह मंत्रालय के तहत अग्निशमन विभाग, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड्स का निदेशक नियुक्त किया गया है. यह भी पढ़ें: CBI चीफ आलोक वर्मा को हटाए जाने पर सियासत तेज, कांग्रेस का पीएम मोदी पर हमला, BJP ने खड़गे पर कसा तंज
गौरतलब है कि आलोक वर्मा को हटाए जाने के फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था 'आलोक वर्मा को हटाने के इस कदम से फिर साबित हो गया है कि मोदी राफेल मामले की जांच से डरे हुए हैं.