बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे ने कहा- मेरे पिता की जान हिंदू-मुस्लिम के झगड़े ने ले ली
छलका बेटे का दर्द ( फोटो क्रेडिट: ANI/File )

उत्तर प्रदेश(uttar pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) में गोकशी के शक में हिंसा ऐसी भड़की तीन गांवों की भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की जान ले ली. वहीं इस हिंसा के बाद मंगलवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया और चार को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही 28 लोगों को नामजद किया गया है. वहीं सोमवार के दिन 60 लोगों को नामजद्द किया था. इस हिंसक घटना के बाद सुबोध कुमार सिंह के परिवार में मातम पसरा है. उनके बेटे अभिषेक ने कहा कि उनके पिता ने धर्म के नाम पर न लड़ने की सीख दी थी. लेकिन आज हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई ने उनकी जान ले ली.

इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या यानी भीड़ की हिंसा के मामले में योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है. बता दें कि स्याना के स्टेशन हाउस ऑफिसर, जिन्होंने 2015 में गौहत्या से संबंधित दादरी हत्या मामले में एक मुस्लिम शख्स को निशाना बनाए जाने की जांच की थी भीड़ ने उन्हें सामने से गोली मार दी. बुलंदशहर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.

जांच के लिए एसआईटी बनी

बुलंदशहर में हुए बवाल पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था आनंद कुमार ने सोमवार को कहा था कि पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो गया है. एडीजी (इंटेलीजेंस) को भी जांच सौंपी गई है. एडीजी (मेरठ जोन) एसआईटी की अगुवाई करेंगे.

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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुए बवाल स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई. हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए कई जिलों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को बुला लिया गया है. मामले में गृह विभाग भी पैनी नजर बनाए हुए है. प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार मामले में पल.पल की अपडेट ले रहे हैं. प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने बुलंदशहर के एसपी और डीएम से मामले की पूरे मामले में पैनी नजर रखने को कहा है.