गृहमंत्री और एलजी निवास के बाहर धरना देंगे AAP विधायक, दिल्ली पुलिस से मांगी इजाजत
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में ढाई हजार करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला हुआ है. पार्टी इसकी जांच सीबीआई द्वारा करवाने की मांग कर रही है. अपनी इस मांग को लेकर आप के विधायक और पार्षद रविवार को गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करने उनके आवासों पर जाएंगे. आम आदमी पार्टी के मुताबिक जब तक इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश नहीं होते, तब तक पार्टी कार्यकर्ता एवं नेता गृहमंत्री और उपराज्यपाल आवास के बाहर धरना देंगे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस मामले में सचिव स्तर की जांच के आदेश दिए हैं. आम आदमी पार्टी इसके के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रही है. महापौर, एमसीडी के नेता केजरीवाल के आवास के बाहर डटे हुए हैं

आम आदमी पार्टी की विधायक एवं प्रवक्ता आतिशी ने कहा, "नॉर्थ एमसीडी में 2500 करोड़ का घोटाला हुआ है. हमारे पार्षद और विधायक रविवार सुबह 11 बजे एलजी साहब और अमित शाह जी के घर जाएंगे. उनसे मिल कर सीबीआई जांच की मांग करेंगे. जब तक जांच के आदेश नहीं होते, तब तक हमारे पार्षद और विधायक एलजी साहब और अमित शाह जी के घर के बाहर बैठे रहेंगे."

दिल्ली पुलिस पर तंज कसते हुए आतिशी ने कहा, "दिल्ली पुलिस का नया नियम है कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के घर के बाहर धरना दिया जा सकता है. जिस तरह दिल्ली पुलिस ने भाजपा के पार्षदों को मुख्यमंत्री आवास के सामने बैठने कि अनुमति दी है, मुझे पूरा भरोसा है कि वो हमारे पार्षदों को एलजी आवास और अमित शाह जी के घर के बाहर बैठने की अनुमति देंगे."

आम आदमी पार्टी के मुताबिक भाजपा ने एमसीडी को भगवान भरोसे छोड़ा हुआ है. मेयर धरना देने में व्यस्त हैं और नार्थ, साउथ और ईस्ट एमसीडी में पिछले 15 दिनों से एक भी कमिश्नर मौजूद नहीं है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि ऐसे हालात में सवाल उठता है कि एमसीडी की जिम्मेदारियां कौन निभा रहा है. एमसीडी का बजट कौन बना रहा है. नए टैक्स कौन लगा रहा है.

पार्टी प्रवक्ता आतिशी ने कहा, "नार्थ एमसीडी कहती है कि हमारे पास डॉक्टर्स, नर्सेज, सफाई कर्मचारी की सैलरी देने का पैसा नहीं है. पिछले साल तक नार्थ एमसीडी के बजट में उन्हें साउथ एमसीडी से ढाई हजार करोड़ रुपए लेने थे, लेकिन इस साल के बजट में वो जीरो हो गया. वो ढाई हजार करोड़ किस की जेब में गया है."