VIDEO: सड़क से जा रही युवती के साथ दंपत्ति ने की मारपीट, लगाएं थप्पड़, नीचे गिरी युवती, महाराष्ट्र के वर्धा का वीडियो आया सामने
Credit-(X,@RitamAppMarathi)

वर्धा, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के वर्धा में एक दंपत्ति और एक बाइक सवार युवती के बीच पहले विवाद हुआ और इसके बाद देखते देखते ये विवाद मारपीट में तब्दील हो गया. इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.एक दिन पहले बाइक को लेकर हुए विवाद में एक युवती सड़क से घर जा रही थी, तभी एक बाइक चालक ने उसे रोक लिया. सड़क पर चल रही बहस में अचानक एक कार से दो लोग आ गए. इसके बाद कार चालक और युवती के बीच बहस शुरू हो गई, जो मारपीट में बदल गई.

इस मारपीट का वीडियो नागरिकों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और इसको वायरल कर दिया. इस घटना में देख सकते है कि एक युवती के साथ एक दंपत्ति काफी विवाद करते है, इस दौरान पुरुष इस युवती को थप्पड़ मार देता है और इसके बाद दंपत्ति महिला भी उसको मारने लगती है और युवती नीचे गिर जाती है, इसके बाद आसपास के लोग इस पुरुष को रोक लेते है और युवती जमीन पर गिरकर काफी चिल्लाती है. इस वीडियो को सोशल मीडिया एक्स पर @RitamAppMarathi नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.ये भी पढ़े:VIDEO: बीच सड़क पर बाइक को एक्टिवा गाड़ी से युवती ने मारी टक्कर, ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी ने खोया आपा, लड़की के मुंह पर बरसाएं मुक्के, रायपुर का वीडियो आया सामने

युवती के साथ बीच सड़क पर मारपीट 

घर जाते हुए युवती से किया विवाद और मारपीट

जानकारी के मुताबिक़ वर्धा के सुदर्शन नगर की रहनेवाले युवती रुचिका ठाकरे अपनी मोटरसाइकिल पर घर जा रही थी. इसी दौरान बुरांडे ले आउट में शुभम आंबटकर ने उसको  ओवरटेक करते हुए उसको रोका और कहने लगा की ,' तु वही लड़की है क्या: ऐसी धमकी दी. इस दौरान इनके बीच में विवाद शुरू ही था की इस विवाद में सुधीर खरखाटे और उनकी पत्नी कार से पहुंचे और इस युवती से विवाद करने लगे. इसके बाद सुधीर ने और उनकी पत्नी ने युवती के साथ मारपीट की और उसे थप्पड़ लगाएं. इसके बाद युवती घायल हो गई. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पुरुष पर कार्रवाई की.

रामनगर पुलिस ने किया मामला दर्ज

रामनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, कोर्ट ने आरोपी को जमानत दे दी. घटना की पुलिस जांच पर नागरिकों ने सवाल उठाए हैं, कुछ लोगों का कहना है कि जांच में उचित पारदर्शिता का अभाव है.