लखनऊ, 3 मई : तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की उत्तर प्रदेश यूनिट को प्रदेश अध्यक्ष नीरज राय सहित कई सदस्यों के इस्तीफा देने से झटका लगा है. राय ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, "तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता नहीं चाहते कि पार्टी पश्चिम बंगाल से आगे बढ़े. उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रतिबद्ध कार्यबल को किनारे किया जा रहा है और राज्य यूनिट को तोड़ने की कोशिश की जा रही है." हालांकि उन्होंने अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा नहीं किया.
जानकारी के मुताबिक, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की ममता बनर्जी की योजना पर पार्टी के अंदर की अंदरूनी कलह का असर पड़ेगा. पार्टी ने 2022 के राज्य के चुनाव नहीं लड़े थे, लेकिन उत्तर प्रदेश में एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा खड़ा करके 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जमीनी स्तर की तैयारी शुरू कर दी थी. यह भी पढ़ें : Noida: ग्राहकों पर हमला करने के मामले में पुलिस ने रेस्त्रां मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया
ममता की विधानसभा चुनाव में जीत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि वह एकमात्र ऐसी नेता हैं जो भगवा शक्ति का मुकाबला कर सकती हैं. इसने उत्तर प्रदेश में भी तृणमूल के कार्यबल को प्रोत्साहित किया था. पार्टी की गतिविधियों ने अक्टूबर के बाद अचानक गति पकड़ ली थी, जब पार्टी की पश्चिम बंगाल यूनिट के वरिष्ठ नेताओं की एक टीम ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे के वाहन द्वारा कुचले गए किसानों के परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी का दौरा किया था.