तमिलनाडु से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, एक गोदाम से लगभग 7.5 टन नकली आम जब्त कि गए हैं. इन आमों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया गया था. जबकि खाद्यये उत्पादन में कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग नैतिक चिंताएँ पैदा करता है. जिसके इस्तेमाल पर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने बैन लगा रखा है. इस रसायन के अवशेष आमों में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
एफएसएसएआई के अनुसार, कैल्शियम कार्बाइड को 'चूना पत्थर' भी कहा जाता है, एक रासायनिक यौगिक है. भारत में इसका इस्तेमाल फलों को जल्दी पकाने के लिए किया जाता है. इस तरह के पके फल खाने से पेट में अल्सर, अनिद्रा, दिमाग की दिक्कतें, तंत्रिका तंत्र की खराबी और लीवर की समस्या भी हो सकती है
तमिलनाडु में एक गोदाम से लगभग 7.5 टन नकली आम जब्त:
तमिलनाडु में एक गोदाम से लगभग 7.5 टन नकली आम जब्त
◆ इन आमों को कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल से पकाया गया था
◆ बता दें कि भारत में कैल्शियम कार्बाइड बैन है
◆ नकली आम के कुछ हिस्से हरे, कुछ पीले, और कुछ लाल रंग के हो सकते हैं
◆ साथ ही ये अक्सर सस्ते दामों पर बिकते हैं… pic.twitter.com/21H7eN4IQ0
— News24 (@news24tvchannel) June 18, 2024
बता दें की नकली आम के कुछ हिस्से हरे, कुछ पीले, और कुछ लाल रंग के हो सकते हैं. साथ ही ये अक्सर बाजार में कम दामों पर बिकते हैं. इसलिए ऐसे आम खाने से बचे. साथ ही खाने-पीने की चीजों पर अक्सर उसकी क्वालिटी और क्वांटिटी बढ़ाने के लिए खतरनाक केमिकल मिक्स किये जाते हैं. जिसे आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.