Bahraich Violence Latest Update: यूपी के बहराइच जिले में सोमवार से भड़की हिंसा और आगजनी के मामले में अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मंगलवार को पुलिस ने पांच और एफआईआर दर्ज की हैं. इससे पहले पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ गैरकानूनी जमावड़े और हत्या का केस दर्ज किया था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार दोपहर के बाद से कोई ताज़ा हिंसा की घटना सामने नहीं आई है, लेकिन महाराजगंज कस्बे और आसपास के इलाकों में तनाव बना हुआ है. इलाके में अधिकांश दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे, वहीं पुलिस लगातार गश्त कर रही है. यूपी एसटीएफ की बख्तरबंद गाड़ी, वरिष्ठ अधिकारी और आरएएफ के जवानों सहित 30 वाहनों का काफिला पुलिस की तैनाती का हिस्सा रहा.
महाराजगंज कस्बे और प्रभावित गांवों को पांच जोन में बांट दिया गया है, जहां पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं. खासकर नाथुआपुर, सिकंदरापुर, सदुवापुर, रेहुआ मंसूर, चंदपैया और अन्य गांवों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिन्हें ‘रेड जोन’ घोषित किया गया है.
इलाके में इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बंद हैं और बाहर से किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए हैं. इंटरनेट सेवा बुधवार तक बंद रहेगी और जरूरत पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है. सोमवार रात कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन की घटनाएं सामने आईं, लेकिन पुलिस ने समय रहते हालात पर काबू पा लिया. तब से लेकर अब तक पुलिस लगातार छापेमारी कर हिंसा के दोषियों को पकड़ने में जुटी है.
रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए पथराव और गोलीबारी में राम गोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई थी और लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे. सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मिश्रा का अंतिम संस्कार किया गया. इसके बाद कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. महसी क्षेत्र के विभिन्न गांवों में वाहनों को भी आग लगाई गई.
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि महसी से नेपाल बॉर्डर तक कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त किया गया है. वहीं, एडीजी गोरखपुर जोन केएस प्रताप और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत-नेपाल सीमा का निरीक्षण किया. शांति और सद्भावना के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी शहर के सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर प्रार्थना की.