
शनिवार दोपहर अफगानिस्तान में 5.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसके झटके जम्मू-कश्मीर और दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप की गहराई लगभग 130 किलोमीटर थी.
अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा के पास केंद्र
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज़ (GFZ) की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमा के आसपास था. हालांकि अभी तक किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
स्थानीय लोगों ने साझा किया अनुभव
श्रीनगर में एक स्थानीय निवासी ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, "मैं ऑफिस में था, तभी मेरी कुर्सी अचानक हिलने लगी. मैं समझ गया कि ये भूकंप के झटके हैं."
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में भी लोगों ने सोशल मीडिया पर झटके महसूस करने की बात कही. हालांकि, झटके हल्के थे और किसी बड़ी घबराहट की स्थिति नहीं बनी.
पिछले कुछ महीनों में बार-बार आ रहे झटके
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है. यह भूकंप भी उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है, जो हिमालयी क्षेत्र की भूकंपीय सक्रियता को दर्शाता है.
अधिकारियों की निगरानी जारी
राष्ट्रीय और स्थानीय आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है.