403 Indian Student Deaths Abroad: पिछले 5 साल में (2018 से 2023 तक) 403 भारतीय छात्रों की विदेश में मौत हुई है. इनमें सबसे ज्यादा 91 मौतें कनाडा और 48 मौतें ब्रिटेन में हुई हैं. इन मौतों के पीछे कई कारण रहे हैं, जिनमें प्राकृतिक कारण, दुर्घटनाएं और चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं. यह आंकड़ा विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताओं को उजागर करता है.
संसद में 2018 के बाद से विदेश में भारतीय छात्रों की मौत के बारे में जानकारी दी. आंकड़ों से पता चलता है कि कनाडा में 91, ब्रिटेन में 48, रूस में 40, अमेरिका में 36, ऑस्ट्रेलिया में 35, यूक्रेन में 21 और जर्मनी में 20 भारतीय छात्रों की मौत हुई.
आंकड़ों के मुताबिक, साइप्रस में 14, फिलीपींस और इटली में 10-10 और कतर, चीन और किर्गिस्तान में नौ-नौ भारतीय छात्रों की मौत हुई.
403 Indian students passed away abroad since 2018 due to various reasons including natural causes. Stay safe if you're planning abroad. pic.twitter.com/He6zHQ3ToW
— Shubham Rai (@shubhamrai80) February 4, 2024
सरकार का दावा है कि विदेश में भारतीय छात्रों का कल्याण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास किसी भी छात्र द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों का प्राथमिकता के आधार पर जवाब देते हैं.
छात्रों को विदेश में रहने और अध्ययन करने से पहले सावधानीपूर्वक तैयारी करने की सलाह दी जाती है. इसमें अपने गंतव्य देश के बारे में जानकारी प्राप्त करना, स्थानीय कानूनों और संस्कृति का सम्मान करना, और आपातकालीन संपर्क जानकारी रखना शामिल है.