Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में बीते मंगलवार को हुए भूस्खलनों से मुंडक्कई बस्ती और उसके आसपास के दो गांव पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. कूदरत के कहर ने इन खूबसूरत गांवों को रातों-रात उजाड़ दिया है. बचे हुए लोग अब इस गांव में जाने से डर रहे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, इस भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 276 पहुंच गई, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. केरल सरकार ने पुष्टि की है कि 227 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पोथुकालू शामिल हैं. भूस्खलन ने चूरलमाला टाउन और मुंडक्कई के मस्जिद व हिंदू अंतिम संस्कार स्थलों को नष्ट कर दिया है.
भूस्खलन स्थल से 13 किमी दूर स्थित मेप्पाडी जुमा मस्जिद में पिछले दो दिनों में 30 अंतिम संस्कार किए गए हैं. कई हताहतों की आशंका को देखते हुए, विभिन्न जिलों के लगभग 200 कब्र खोदे गए हैं.
बीते मंगलवार की सुबह हुए भीषण भूस्खलन से मुंडक्कई में तीन सदस्यों वाला एक परिवार बाल-बाल बच गया. 25 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुहम्मद बेसिल ने बताया कि वह भूस्खलन स्थल से महज एक किलोमीटर दूर एक छोटी नदी पंचिरीवट्टम के किनारे एक छोटे से घर में रहते थे. नदी का बढ़ता पानी देख वह अपनी मां सुहारा (53) और पिता अब्दुल हमीद (57) के साथ एक रिश्तेदार के घर चले गए थे. इसके करीब दस मिनट बाद ही भूस्खलन हो गया.
इस बीच जानकारी मिली है कि वायनाड के पूर्व सांसद और लोकसभा नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के साथ केरल के वायनाड के लिए रवाना हो गए हैं. वे यहां पहुंचकर हालातों का जायजा लेंगे और पीड़ितों का हालचाल जानेंगे.