बांदा : कोरोनावायरस (Covid-19) के कहर को रोकने के लिए किये गए लॉकडाउन के दौरान महानगरों से लौट रहे प्रवासियों को ठहराने के लिए यहां 12 क्वारंटाइन केंद्र (Quarantine Center) बनाए गए हैं, जिनमें जांचोपरांत मंगलवार शाम तक करीब 2,500 (ढाई हजार) मजदूर रोके गए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सन्तोष कुमार ने बुधवार को बताया कि जिले में 12 क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें महानगरों से आये करीब 2,500 (ढाई हजार) श्रमिकों को रोका गया है और उनके भोजन आदि की व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी ने संबंधित तहसीलदारों को जिम्मेदारी सौंपी है.
उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम तक जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में 1,806 लोगों की जांच की गई है, अब तक किसी भी व्यक्ति में कोरोनावायरस के लक्षण नहीं पाए गए. सीएमओ ने बताया कि क्वारंटाइन केंद्रों में रुके कामगारों के जांच के लिए सीएचसी व पीएचसी स्तर के चिकित्साधिकारियों के दल तैनात हैं. यह भी पढ़ें: दुबई में भारतीय व्यवसायी अजय शोभराज ने क्वारंटाइन के लिए दान की अपनी पूरी संपत्ति
इस बीच जानकारी मिली है कि गांवों में बिना जांच-पड़ताल करवाये सैकड़ों की तादाद में मजदूर पहुंच चुके हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. सभी चिकित्सा दल शहर और कस्बों में जांच की कवायद कर रहे हैं. गांवों को सेनिटाइज्ड भी नहीं किया गया और न ही पहुंचे मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे.