VIDEO: जेल में हो रही थी रामलीला, वानर बने 2 कैदी सीता माता को खोजने गए, फिर वापस ही नहीं लौटे, पुलिस कर रही तलाश

हरिद्वार की रोशनबाद जेल में एक दिलचस्प लेकिन चौंकाने वाली घटना हुई. यहां पर आयोजित रामलीला में वानर बनें दो कैदी मौका देखकर फरार हो गए. यह घटना 11 अक्टूबर को हुई, जब जेल में हर साल की तरह रामलीला का आयोजन किया गया था.

इस दौरान, जेल प्रशासन की नजरें कार्यक्रम पर थीं और सभी कर्मचारी इसमें व्यस्त थे. इसी बीच, रुड़की के पंकज और उत्तर प्रदेश के गोंडा के रामकुमार नाम के दो कैदियों ने दीवार पर चढ़कर भागने का प्लान बनाया. पंकज मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, जबकि रामकुमार किडनैपिंग के मामले में जेल में था.

कैसे हुआ फरार? 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जेल में रामलीला का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद कैदियों को बैरक में भेजा गया. लेकिन जब गिनती की गई, तो दो कैदी गायब पाए गए. इसके बाद, पूरे जेल परिसर की तलाशी ली गई और सीसीटीवी फुटेज को भी चेक किया गया, लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं चला.

एक कैदी ने पूछताछ में बताया कि पंकज और रामकुमार ने एक सीढ़ी का सहारा लेकर जेल की दीवार फांदी और भाग निकले. यह भी जानकारी मिली कि दोनों पिछले कई दिनों से भागने की योजना बना रहे थे.

प्रशासन की सक्रियता 

फरार होने के बाद, जेल प्रशासन और जिला प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी किया और पुलिस की टीमें उनकी खोज में जुट गईं. उत्तराखंड में कोविड-19 के दौरान परोल पर छूटे कई कैदियों की भी चर्चा की जा रही है, जो अब तक वापस नहीं लौटे हैं.

जेल अधिकारियों ने सभी जिलों के एसएसपी को इस मामले की जानकारी दी है और सभी जेल सुपरिटेंडेंट को तलब किया गया है. यह घटना यह दर्शाती है कि जेलों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.

जेल में रामलीला का आयोजन जहां एक सांस्कृतिक गतिविधि है, वहीं इसके दौरान हुई यह घटना सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर चिंता का विषय है. जेल प्रशासन को इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी अनियोजित घटनाओं को रोका जा सके.