आगरा, 16 सितम्बर: आगरा क्षेत्र में कोविड -19 (Covid19) को लेकर स्थिति गंभीर होती जा रही है. यहां मामलों की संख्या में तेजी चिकित्सा के बुनियादी ढांचे के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है. आगरा के दोनों परीक्षण केंद्रों पर लगने वाली कतारें दिन-पर-दिन लंबी होती जा रही हैं क्योंकि लोग मामूली संदेह होने पर भी परीक्षण कराना चाहते हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता का स्तर बढ़ने के कारण वहां के वायरल बुखार के रोगी भी इन कतारों को बढ़ा रहे हैं.
इन स्थितियों के चलते आगरा में पिछले 24 घंटों में 114 नए मामले दर्ज हुए. इसके बाद यहां मामलों की कुल संख्या 4,267 और मृत्यु संख्या 116 हो गई है. अब तक 3,321 लोग ठीक हो चुके हैं और सक्रिय मामलों की संख्या 830 है. सप्ताहांत का लॉकडाउन हटाने के बाद लोग नियमों को ताक पर रखकर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ लगाते हुए देखे जा सकते हैं. इसके चलते पुलिस अब तक कोविड -19 दिशानिदेशरें का उल्लंघन करने वाले 31,963 लोगों का चालान कर चुकी है.
सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता नरेश पारस कहते हैं, "बड़ी संख्या में लोग अब बिना मास्क के घूम रहे हैं और शायद ही कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है. परीक्षण केन्द्रों पर ही खासी भीड़ है और वहां भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे. यदि सख्ती से नियम पालन नहीं होते हैं तो संक्रमण और भयावह हो सकता है." डॉक्टरों और सरकारी एजेंसियों ने लोगों को बिना काम के बाहर नहीं निकलने और बाजारों में भीड़ न लगाने की चेतावनी दी है लेकिन कुछ ही लोग इन निर्देशों का पालन कर रहे हैं.
मेडिकल कॉलेज के 3 डॉक्टरों, 2 पुलिसकर्मी, जिला मजिस्ट्रेट का 1 कर्मचारी मंगलवार को पॉजिटिव पाए गए. इस बीच डेढ़ सौ स्वास्थ्य टीमों ने हॉट स्पाटों के लगभग 16,000 परिवारों को उपचार और परामर्श देने के लिए सर्वेक्षण किया. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं मौसमी समस्याओं और मधुमेह या उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाई गईं. वहीं ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें प्राप्त कर रहे जिला अधिकारी अब प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित कर रहे हैं .