यहां एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से कोरोना की मरीज हुईं 100 साल से अधिक उम्र की एक बुजुर्ग महिला जानलेवा वायरस को मात देकर स्वस्थ हो गईं. जिले के एक चिकित्सक ने रविवार को यह जानकारी दी. जिला अस्पताल के चिकित्सक रंगा रेड्डी ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "सिद्दम्मा की उम्र 100 साल से ज्यादा है. वह संकमण से मुक्त हो गई हैं. उन्हें इस अस्पताल से शनिवार को छुट्टी मिल गई. उन्हें 27 जुलाई को भर्ती कराया गया था."
चित्रदुर्ग बेंगलुरु से 205 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में है. रंगा रेड्डी ने बताया कि सिद्दम्मा बुरुजानाहट्टी गांव में स्थित पुलिस क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रहती हैं. उनकी पांच संतान हैं, 17 पोते-पोती और 22 पड़पोते-पड़पोती हैं. जिला स्वास्थ्य बुलेटिन में शतायु बुजुर्ग महिला के संक्रमण से मुक्त होने की सूचना प्रसारित होते ही स्थानीय समाचार चैनलों के मीडयाकर्मी सिद्दम्मा से मिलने पहुंचे.
सिद्दम्मा ने संवाददाताओं से कन्नड़ में कहा, "मुझे किसी चीज से डर नहीं लगता. अस्पताल में डॉक्टर ने जब बताया कि कोरोना बीमारी हो गई है तो मैं घबराई नहीं. मैंने तो इस बीमारी का पहले नाम भी नहीं सुना था. मुझे पीने के लिए गर्म पानी और खाने के लिए दलिया दिया जाता था."
रंगा रेड्डी ने कहा कि सिद्दम्मा की उम्र 110 साल बताई जाती है. इसका सत्यापन कराना होगा. हालांकि उनके पास ऐसा कोई दस्तावेज नहीं है, जिससे साबित हो सके कि उनका जन्म 1910 में हुआ था.