श्रीदेवी (Sridevi) का निधन हुए अब एक साल से भी ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन उनकी मौत को लेकर आए दिन किसी न किसी तरह से सवाल उठते आए हैं. ये बात सभी जानते हैं कि साल 2018 में दुबई में अपने भतीजे मोहित मारवाह (Mohit Marwah) की शादी अटेंड करने श्रीदेवी दुबई (Dubai) गई हुईं थी. यहां 23 फरवरी को उनके निधन की खबर आई. दुबई पुलिस (Dubai Police) ने अपनी जांच में इसे 'एक्सीडेंटल डेथ' (accidental death) का केस बताया. कहा गया कि मौत बाथटब में डूबने के कारण हुई है.
जहां दुबई पुलिस ने जांच में मौत की वजह को सबके सामने रखा वहीं भारत में जेल के डीजीपी ऋषिराज सिंह (Jail DGP Rishiraj Singh) ने श्रीदेवी की मौत पर संदेह जताते हुए इसे मर्डर (murder) कहा है. ऋषिराज सिंह ने केरला कौमुदी (Kerala Kaumudi) के लिए लिखे अपने लेख में कहा कि श्रीदेवी की मौत एक्सीडेंटल नहीं था और ऐसे कई ठोस सबूत है जो ये साबित करते हैं कि ये एक मर्डर है. श्रीदेवी की ऑटोप्सी (autopsy) करने वाले अपने दिवंगत दोस्त डॉक्टर उमादाथन (Doctor Umadathan) को लेकर उन्होंने कहा कि उनके दोस्त को विश्वास था कि श्रीदेवी डूबी नहीं थी क्योंकि बिना किसी दूसरे व्यक्ति के जोर लगाए कोई भी बाथटब के एक फूट के पानी में नहीं डूब सकता.
डीजीपी के आर्टिकल में लिखा था, " मेरे दोस्त ने मुझे कहा कि ये मौत एक मर्डर भी हो सकती है. जब मैंने उत्सुक होकर उनसे इसके बारे में पूछा तो उन्होंने कई ऐसे प्रमाणिक सबूत दिए जो ये साबित करते थे कि अभिनेत्री मौत एक्सीडेंटल नहीं थी. डॉक्टर उमादाथन के अनुसार, अगर वो नशे में भी थी तो भी वो बाथटब में एक फूट पानी में नहीं डूब सकती थी. बिना किसी के धक्का दिए, किसी भी इंसान का पैर और सर पानी में नहीं डूबेगा."
एक तरफ जहां श्रीदेवी और उनका परिवार उनके निधन के दुख से उभर रहा है वहीं अब डीजीपी के इन आरोपों ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं. बता दें कि श्रीदेवी के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को भारत लाया गया जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.