डेविड धवन पर भड़के गोविंदा, कहा- मैंने उनके साथ 17 फिल्में की हैं जो उनका बेटा भी नहीं करेगा 
गोविंदा और डेविड धवन (Photo Credits: Instagram)

गोविंदा (Govinda) ने हाल ही में एक न्यूज शो में अपने करियर और पर्सनल लाइफ को लेकर कई ऐसे मजेदार खुलासे किए हैं जिसे सुनकर लोग हैरान हैं. इस शो पर गोविंदा से जब डेविड धवन (David Dhawan) के साथ उकने बिगड़े हुए रिश्ते के बारे में पूछा गया तो बेहद नाराज हो गए. गोविंदा और डेविड ने मिलकर बॉलीवुड में कई सारी हिट फिल्में दी हैं. लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि इन दोनों ने एक दूसरे से बातचीत तक बंद कर दी?

इस सवाल का जवाब खुद गोविंदा ने शो पर दिया. गोविंदा ने कहा, "वो ये सवाल मुझसे तब पूछ सकते हैं जब उनका बेटा उनके साथ 17 फिल्में करने को तैयार हो जाएगा क्योंकि आखिरकर वो भी डेविड का ही बेटा है. वो पढ़ा लिखा है. लेकिन मैंने इस बात को नहीं समझा कि एक डायरेक्टर के साथ 17 फिल्में करने का क्या मतलब होता है. वो संजय दत्त थे जिन्होंने मुझे कहा कि ये (डेविड धवन) एक पंजाबी बंदा है, इसे काम दे दो. तब मैं पंजाबियों को काम दिया करता था. तब मैंने उनके साथ कई हिट फिल्में की. मैं उन्हें वो इज्जत देता था जो मैं अपनर रिश्तेदारों को भी नहीं देता था. मेरा भाई जोकि एक निर्देशक है उसके साथ भी मैंने 17 फिल्में नहीं की."

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गोविंदा ने बताया कि उन्होंने 2013 में रिलीज हुई फिल्म 'चश्मेबद्दूर' का सब्जेक्ट डेविड के साथ डिस्कस किया था. लेकिन उस फिल्म में उन्होंने ऋषि कपूर को कास्ट कर लिया. उन्होंने कहा, "जब मैंने 17 फिल्में उनके साथ पूरी कर ली तब मैंने उन्हें 'चश्मेबद्दूर' के बारे में बताया और उन्होंने उस फिल्म को ऋषि कपूर के साथ शुरू कर दिया. जब वो फिल्म शूट कर रहे थे तब मैंने कॉल किया तो उन्होंने कहा, 'तू सुन तो मैं कैसे फिल्म बना रहा हूं' फिर मैंने कहा, 'तू मुझे कहता तो-सब्जेक्ट भी उठा लिया."

गोविंदा ने बताया कि उन्होंने कॉल पैर डेविड की बातें सुन ली थी जिसके बाद उनके बीच वाकई दरार आ गई. उन्होंने बताया, "मेरे पॉलिटिक्स छोड़ने के बाद मैंने अपनी सेक्रेटरी से कहा कि फोन को स्पीकर पर रखे ताकि मैं सुन सकूं डेविड क्या कह रहा है. मैंने सुना डेविड कह रहा था, 'ची ची बहुत सवाल करने लगा गई. वो मेरी सेक्रेटरी से कह रहे थे मेरा दिल नहीं कि मैं उसके साथ काम करूं. उसे कहो जो छोटा मोटा रोल कहीं मिल जाए तो कर ले. उसकी ये बात मेरे दिल पर लग गई. फिर मैंने सोचा कि कुछ समय बाद उनसे बात करूं. 4-5 महीने बाद मैंने फिर उसे फोन लगाया और कहा चलो गेस्ट अपीयरंस करते हैं और जो तुम्हारे दिल की इच्छा है न वो भी पूरा करते हैं. लेकिन फिर उसका फोन नहीं आया. ये कितने साल के बाद मैंने आज बाहर कहा क्योंकि मुझे कहना पड़ा. मुझे लगता है कि वो किसी के बहकावे में है. अगर मेरे दरवाजे किसी के लिए बंद हो जाए तो मैं गोविंदा कहा से हुआ."