मुंबई में मौजूद सोनू सूद (Sonu Sood) के होटल के कुछ हिस्से पर बीएमसी (BMC) एतराज जताते हुए जरूरी परमिशन ना लेना और नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. जिसके बाद सोनू सूद ने बीएमसी के नोटिस का जवाब देने के लिए कानूनी दरवाजा खटखटाया. ऐसे में सोनू पहले सिविल कोर्ट फिर बॉम्बे हाई कोर्ट अंत में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंचे थे. लेकिन सोनू सूद ने अपनी याचिका वापस ले ली है. रिपोर्ट के मुताबिक सोनू सूद के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा है कि कि हम याचिका वापस लेना चाहते हैं. हम बीएमसी के साथ मिलकर विवाद हल कर लेंगे. जिसके बाद कोर्ट ने इस पर खुशी जाहिर कि और BMC को आदेश दिया कि वो कोर्ट के बाहर आपसी सहमति से मामला हल करें और तब तक सूद के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई ना करे.
जिसके बाद सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करके इस बार की जानकारी दी है कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली है.
Justice prevails. pic.twitter.com/6qsG60ofyK
— sonu sood (@SonuSood) February 5, 2021
क्या है BMC का आरोप
BMC ने आरोप लगाया गया है कि अभिनेता ने जुहू एबी नायर रोड के शक्तिसागर स्थित रिहायशी इमारत में ढांचागत बदलाव करने से पहले प्राधिकारियों से कोई अनुमति नहीं ली. बीएमसी की शिकायत के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में उसने इस संबंध में सूद को नोटिस दिया था.नगर निकाय ने शिकायत में कहा, ‘‘सोमवार को जमीन का मुआयना किया गया और पाया गया कि आरोपी ने मांगे गए दस्तावेज नहीं प्रस्तुत किए और नोटिस दिए जाने के बावजूद अनधिकृत निर्माण कार्य जारी रखा.’’
अभिनेता ने मुंबई के जुहू क्षेत्र में स्थित अपनी आवासीय इमारत में कथित अवैध निर्माण को लेकर बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक नोटिस के खिलाफ बम्बई उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी. उच्च न्यायालय ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था.