अभिनेत्री तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन यह अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) पर तंज कसने जैसा मालूम पड़ता है. इन सबकी शुरूआत तब हुई जब मंगलवार को एक यूजर ने ट्वीट किया, "नेपोटिज्म (Nepotism) पर अपनी बात रखने के लिए अभी हर कोई कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की सराहना कर रहा है, मैं उन्हें यह वीडियो दिखाकर पूछना चाहता हूं कि उनमें और करण जौहर (Karan Johar) में क्या अंतर है? अगर एक निर्देशक के तौर पर अपने सह-कलाकार के रोल काटना उनकी रिआयत है, तो फिर करण जौहर को क्यों उनके फैसले के लिए गलत ठहराया जाता है?"
इस ट्वीट के जवाब में तापसी ने लिखा, "कोई भी फिल्म सोलो फिल्म नहीं होती है, कोई भी कलाकार छोटा-मोटा कलाकार नहीं होता है. एक फिल्म पूरी टीम की मेहनत से बनती है जिसमें सभी विभाग, सभी कलाकार शामिल होते हैं. सपोर्टिग कास्ट के समर्थन के बिना मुख्य चरित्र कुछ भी नहीं है. इज्जत कमाई जाती है, आदेश करने से नहीं मिलती है." यह भी पढ़े: तापसी पन्नू के बाद स्वरा भास्कर ने कंगना रनौत के बी-एक्ट्रेस वाले बयान पर दिया अपना रिएक्शन, पढ़ें ट्वीट
There is no film as “solo” film , there is no actor such as “chota mota” actor. A film is a TEAM effort including all departments, all actors. The protagonist in NOTHING without the support of the ‘supporting’ cast. Respect is EARNED not COMMANDED. https://t.co/PP67RMwh3i
— taapsee pannu (@taapsee) July 21, 2020
आखिरी ट्वीट में तापसी पन्नू ने सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता की कुछ लाइन्स साझा की. उन्होने लिखा, 'बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी,खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी. मैं अपना केस यही समाप्त करती हूं.' इस कविता के साथ वह कंगना पर तंस कसती नज़र आ रही हैं.
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।
I rest my case here 🙏🏼
— taapsee pannu (@taapsee) July 21, 2020
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर बहस छिड़ी हुई हैं. कंगना रनौत बेबाकी से अपनी राय ट्विटर अकाउंट के जरिए ट्वीट कर प्रतिक्रिया और टिपणी कर रहीं हैं. उन्होंने एक्ट्रेस तापसी पन्नू और स्वरा भास्कर का नाम लेते हुए इन पर तंज कसा था.