Malang Movie Review: आदित्य और दिशा की केमिस्ट्री बेहद ही खूबसूरत लेकिन मलंग से मन लगा पाना थोड़ा मुश्किल
मलंग मूवी रिव्यू

Malang Movie Review: डायरेक्टर मोहित सूरी (Mohit Suri) एक बार फिर फैंस को चौंकाने के लिए लौट रहे हैं फिल्म मलंग (Malang) से. मोहित की झोली में इस बार भी थ्रिलर और एक्शन के साथ ढेर सारा ड्रामा देखने को मिल रहा है. आदित्य रॉय कपूर, दिशा पटानी, अनिल कपूर और कुणाल खेमू मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म के गाने पहले लोगों के बीच काफी पॉपुलर हो रखे हैं. इस फिल्म के लिए आदित्य रॉय कपूर और दिशा पटानी ने जिम में जमकर पसीना बहाया है. लेकिन ट्रेलर में ये फिल्म जितनी इंटरस्टिंग लग रही है क्या सही में उतनी ही इंटरस्टिंग है ये जानने के लिए पढ़िए फिल्म का पूरा रिव्यू.

फिल्म: मलंग

कास्ट: आदित्य रॉय कपूर, दिशा पटानी, अनिल कपूर, कुणाल खेमू और एली अवराम

निर्देशक: मोहित सूरी

कहानी: फिल्म मलंग की कहानी शुरू होती है जेल में बंद कैदी अद्वैत ठाकुर (आदित्य रॉय कपूर) से जो बदले के खून से प्यासा है. लेकिन उसकी इस जंग में उसके सामने दो पुलिस वाले रोड़ा बनकर खड़े हैं. एक है इंस्पेक्टर अनजाने अगासे (अनिल कपूर) तो दूसरी तरफ है स्पेशल टीम के अफसर माइकल रोड्रिग्स (कुणाल खेमू). जेल से बाहर आने के बाद आदित्य रॉय कपूर एक एक करके गोवा पुलिस के कई अफसर को मौत के घाट उतारने लगता है. जबकि उसे पकड़ने के लिए अगासे और माइकल दोनों ही कातिल को पकड़ने की तलाश में जुट जाते हैं. इसके साथ साथ एक और कहानी दर्शकों को देखने को मिलती हैं जो 5 साल पहले की है. जिसमें गोवा घूमने आए अद्वैत ठाकुर की मुलाकात सारा यानी दिशा पाटनी से होती हैं. दोनों देखते ही देखते एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं. गोवा की हसीन रातों में इनका रोमांस भी परवान चढ़ता चला जाता है. लेकिन 5 साल पहले चल रही इस कहानी में ऐसा क्या होता है जिसके चलते आदित्य रॉय कपूर उनके खून का प्यासा बन जाता है. यही फिल्म का सबसे अहम प्लाट है. जिसके इर्द-गिर्द पूरी कहानी घूमती है.

अभिनय: एक्टिंग की बात करें तो आदित्य रॉय कपूर और दिशा पटानी ने अपने रोल के साथ इंसाफ किया है. फिल्म में उनकी जबरदस्त बॉडी उनके लुक और खास बनाती है. जो परदे पर एक साथ काफी खूबसूरत लगते हैं. जबकि अनिल कपूर ने एक सनकी पुलिस ऑफिसर के रोल में जबरदस्त काम किया है. फिल्म में मिले मौके को उन्होंने ही सबसे अच्छी तरह से भुनाया है. जबकि कुणाल खेमू का किरदार उन्हें अपने अभिनय में गहराई दिखाने का भरपूर मौका देता है लेकिन वो इसमें चूकते दिखाई दिए. तो वहीं एली अवराम ने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है.

म्यूजिक: फिल्म का म्यूजिक रिलीज से पहले हिट हो चुका है. मलंग का टाइटल ट्रैक, चल घर चले और हुई मलंग जैसे गानें लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं. फिल्म देखते वक्त भी गाने किसी तरह का अवरोध नहीं करते.

फाइनल टेक: किसी भी थ्रिलर फिल्म में उसकी कहानी का मजबूत होना सबसे अहम होता है जो दर्शकों को हर वक्त बांधे रखती है. मलंग की कहानी में ग्लैमर और स्टार पॉवर तो जमकर भरी है. लेकिन आखिर में आते- आते आप इसके सस्पेंस का अनुमान आसानी से लगाने लगते हैं. मोहित सूरी ने गोवा के खूबसूरत नज़ारे को बेहद ही शानदार तरीके से पेश किया. ऐसे में अगर आप इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे तो बेशक इसे देखा जा सकता है. लेकिन फिल्म के साथ बहुत ज्यादा उम्मीद ना रखे. क्योंकि ये मोहित सूरी की दूसरी थ्रिलर फिल्मों से जरा कमजोर साबित होती है.