Karwaan Review : आपको हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी इरफान खान की यह फिल्म, दलकीर सलमान और मिथिला पालकर का शानदार डेब्यू
फिल्म कारवां का रिव्यू

'मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल, मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया', यह कहावत इरफान खान की फिल्म 'कारवां' का सार है. जिंदगी को किस तरह जीना चाहिए, यह फिल्म इस संदेश को दर्शकों तक पहुंचाने का काम बखूबी करेगी. साथ ही यह फिल्म आपको अपनी जिंदगी के कुछ अहम लोगों से प्यार भी करना सिखाएगी. इरफान खान, मिथिला पालकर और दलकीर सलमान की 'कारवां' एक खूबसूरत सफर है जो आपके दिलों को जीत लेगा. हमेशा की तरह इरफान खान का अभिनय आपको प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.

कहानी : - फिल्म की शुरुआत में अविनाश (दलकीर सलमान) के पिता की एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो जाती है. अविनाश अपने पिता के मृत शरीर को लेके आते हैं पर उन्हें पता चलता है कि गलती से उनके पिता की बॉडी किसी और से एक्सचेंज हो चुकी है. फिर वह शौकत (इरफान खान) के साथ अपने पिता की बॉडी को लेने के लिए कोच्चि की और एक लम्बे सफर पर निकल पड़ते हैं. बाद में इस सफर में उनके साथ तान्या (मिथिला पालकर) भी जुड़ती है. दरअसल, तान्या की नानी की बॉडी के साथ ही अविनाश के पिता का मृत शरीर गलती से बदल दिया जाता है. इसके बाद ये तीनों अपनी मंजिल की ओर चल पड़ते हैं. मजाक और मस्ती के साथ इस सफर में कुछ ऐसे पल भी आते हैं जहां इन तीनों किरदारों को इमोशनल होते हुए भी देखा जा सकता है.

अभिनय : - 'कारवां' को देखकर यह कहना मुश्किल है कि मिथिला पालकर और दलकीर सलमान ने इस फिल्म के साथ बॉलीवुड में अपने पहले कदम रखें हैं. दोनों ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है. खासतौर पर दलकीर सलमान का अभिनय इस फिल्म में काबिले तारीफ है. यह कहना गलत नहीं होगा कि जल्द ही इन दोनों की गिनती बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकारों में हो सकती है. इरफान खान की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है. अपनी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग, दमदार डायलॉग्स और जबरदस्त एक्सप्रेशन्स के द्वारा वह आपको हंसने पर मजबूर कर देंगे.

निर्देशन : - इस डिपार्टमेंट में आकर्ष खुराना फुल मार्क्स डिजर्व करते हैं क्योंकि उनकी यह फिल्म उम्मीदों पर खड़ी उतरती है. जिन इमोशन्स को आकर्ष इस फिल्म के किरदारों द्वारा दर्शकों तक पहुंचाना चाहते थे,वह उसमें पूरी तरह सफल होते हैं. इस लाफ्टर राइड में आकर्ष ने बड़ी ही खूबसूरती से सुंदर लोकेशन्स को कैमरे में कैद किया है.

म्यूजिक :- फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर काफी शानदार है. खासतौर पर अरिजीत सिंह द्वारा गाया गया गाना  'छोटा सा फसाना' इरफान, मिथिला और दलकीर की इस लॉन्ग ड्राइव को काफी अच्छे से बयां करता है.

फिल्म की खूबियां : -

1. इरफान खान का बेहतरीन अभिनय

2. दलकीर सलमान और मिथिला पालकर की मंझी हुई अदाकरी

3. फिल्म का म्यूजिक

फिल्म की खामियां : - 'कारवां' में खामियां ढूंढना थोड़ा मुश्किल साबित होता है.

कितने स्टार्स ?

इरफान खान, दलकीर सलमान और मिथिला पालकर के इस खूबसूरत सफर को हम 3.5 स्टार्स देना चाहेंगे.