इरफान खान की फिल्म 'कारवां' इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. फिल्म के गानों और ट्रेलर ने दर्शकों को इंप्रेस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. ट्रेलर में इरफान की जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग देखने को मिली थी और इसी वजह से ऑडियंस इस फिल्म को देखने के लिए काफी उत्साहित है. इसके अलावा फिल्म ' कारवां ' से मिथिला पालकर और दलकीर सलमान अपना बॉलीवुड डेब्यू करने जा रहे हैं. अपनी पहली फिल्म में दोनों किस तरह का प्रदर्शन करते हैं, यह भी देखने वाली बात होगी. अब हम आपके लिए इस फिल्म के फर्स्ट हाफ का रिव्यू लेकर आए हैं.
फिल्म का फर्स्ट हाफ खत्म हो चुका है और अभी तक हम बस यही कह सकते हैं कि यह फिल्म एक लाफ्टर राइड है. फिल्म की शुरुआत में अविनाश (दलकीर सलमान) के पिता की मृत्यु हो जाती है पर उनके मृत शरीर की जगह किसी और की बॉडी को डिलीवर कर दिया जाता है. फिर शौकत (इरफान) के साथ अविनाश अपने पिता की बॉडी को लेने के लिए रवाना हो जाते हैं. इस सफर में उन्हें मिथिला पालकर का साथ मिलता है. दरअसल, मिथिला की नानी की बॉडी से ही अविनाश के पिता की बॉडी रिप्लेस हो जाती है. कहानी से आपको लग रहा होगा कि यह फिल्म इमोशंस से भरी है . ऐसा है लेकिन इसके साथ यह फिल्म आपको हंसाने का भी कोई मौका नहीं छोड़ती है. इरफान खान का अभिनय हमेशा की तरह शानदार है. मिथिला पालकर और दलकीर सलमान ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है. फिल्म के डायलॉग काफी दमदार है. निर्देशक आकर्ष खुराना ने कारवां को खूबसूरती से फिल्माया है.
हमें उम्मीद है कि ' कारवां ' का यह क्विक रिव्यू आपको पसंद आया होगा. जल्द ही हम आपके लिए इस फिल्म के फुल रिव्यू को पेश करेंगे.