Jacqueline Fernandez-Chandrasekhar: मीडिया को ना मिले चंद्रशेखर का पत्र, इसके लिए दिल्ली कोर्ट पहुंची जैकलीन फर्नांडीज
Jacqueline Fernandez (Photo Credits: Instagram)

नई दिल्ली, 20 दिसंबर: बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर कर कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर को उनसे संबंधित कोई भी पत्र मीडिया को जारी करने से रोकने के लिए तत्काल निर्देश देने की मांग की है.

याचिका में चंद्रशेखर द्वारा अभिनेत्री के बारे में पत्रों, बयानों या संदेशों के प्रसार को रोकने के आदेश देने की मांग की गई है. जैकलीन ने कहा है कि मामले का मुख्य आरोपी चंद्रशेखर मीडिया को पत्र लिख रहा है और उसने उनकी विनम्रता को ठेस पहुंचाने वाले कुछ अनुचित बयान भी दिए हैं.

उनके आवेदन में कहा गया है, "यह मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर द्वारा वर्तमान आवेदक को किसी तरह डराने और धमकाने का एक प्रयास है, ताकि वह अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में इस माननीय अदालत के सामने सच्चाई का खुलासा न कर सके." SRK Lighting Up The Skies in Dubai: शाहरुख खान के सिग्नेचर पोज से जगमगा उठा दुबई, ड्रोन शो में छाए किंग खान, देखे वीडियो

दूसरी ओर, चंद्रशेखर के वकील अनंत मलिक ने आईएएनएस को बताया कि जैकलीन का आवेदन बिल्कुल तुच्छ, फर्जी और भौतिक तथ्यों को छिपाने पर आधारित है. उन्होंने आगे कहा कि उनका मुवक्किल एक उचित हस्तक्षेप आवेदन और धारा 340 सीआरपीसी के तहत एक आवेदन दाखिल करेगा.

वकील ने कहा, "उनके द्वारा दायर की गई इसी तरह की शिकायत को माननीय अदालत ने पहले ही खारिज कर दिया है, यह स्पष्ट रूप से मानते हुए कि वेबएक्स पर कोई अवांछित संदेश भेजने के लिए चंद्रशेखर के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. यह तथ्य उनके द्वारा माननीय अदालत के समक्ष पूरी तरह से छुपाया गया है." उन्होंने इसे ध्यान आकर्षित करने और अपने मुवक्किल की कीमत पर बचाव करने का एक और तुच्छ प्रयास करार दिया.

अभिनेत्री ने अपनी सुरक्षा और भलाई के लिए चिंताओं का हवाला देते हुए मीडिया को इन पत्रों के "अनचाहे प्रसार" से होने वाली परेशानी की ओर ध्‍यान दिलाया है.

जैकलीन ने दावा किया है, "सुकेश चंद्रशेखर लगातार कई इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया प्लेटफार्मों पर परेशान करने वाले पत्रों के अनचाहे प्रसार में लगा हुआ है. ये पत्र मीडिया आउटलेट्स द्वारा प्रकाशित होने के बाद आवेदक के लिए एक खतरनाक और परेशान करने वाला माहौल बनाते हैं."

उन्होंने आगे कहा है कि पत्रों का व्यापक प्रकाशन धमकी और उत्पीड़न को बढ़ाता है, जिससे उनकी सुरक्षा और भलाई पर गहरा प्रभाव पड़ता है. याचिका में विशेष रूप से मंडोली जेल के अधीक्षक और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा का नाम लिया गया है, जिसमें उनसे चंद्रशेखर से आगे संचार को रोकने का आग्रह किया गया है.

जैकलीन ने अदालत से प्रार्थना की है कि वह जांच एजेंसी और जेल अधीक्षक, मंडोली को निर्देश जारी करे कि वह चंद्रशेखर को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें कोई और पत्र, संदेश या बयान जारी करने से तुरंत रोकें.

ईओडब्ल्यू ने अपने जवाब में कहा है कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि मामले के एक महत्वपूर्ण गवाह को आरोपी ने परेशान किया और धमकी दी और इससे मुकदमे पर असर पड़ सकता है.

कोर्ट अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 जनवरी 2024 को करेगा.