आयुष्मान खुराना और ताहिरा कश्यप दिल्ली में महिला रैगपिकर्स की मदद के लिए आए आगे
आयुष्मान खुराना और ताहिरा कश्यप (Photo Credits: Instagram)

अभिनेता आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) और उनकी पत्नी, लेखिका व फिल्मकार ताहिरा कश्यप (Tahira Kashyap Khurrana) कोरोनावायरस के खिलाफ इस जंग के बीच दिल्ली में महिला रैगपिकर्स (कूड़ा बीनने वाली) की मदद के लिए आगे आए हैं. ये दोनों पिछले कई सालों से दिल्ली में स्थित एक गैर लाभकारी संगठन 'गुलमेहर' का समर्थन करते आ रहे हैं. इसके द्वारा महिला रैगपिकर्स को उनके अंदर की कला को बाहर लाने में उनकी मदद की जाती है. यह संगठन ऐसी ही लगभग दो सौ महिलाओं के साथ काम करती है और इस सहयोग से उन्हें खुद की और अपने परिवार की देखभाल करने में मदद मिलती है.

पीएम-केयर्स फंड में पहले ही आर्थिक अनुदान दे चुके आयुष्मान ने कहा, "कोरोनावायरस ने हर तबके के लोगों को प्रभावित किया है, लेकिन कम आय वाले लोगों की श्रेणी पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव है और इस देश का नागरिक होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम आगे आए और आवश्यकता की इस घड़ी में इन लोगों का साथ निभाएं." ये भी पढ़ें: Covid-19: आयुष्मान खुराना ने लिखी शायरी, अपारशक्ति खुराना ने की न घबराने की अपील

 

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PLEASE EXTEND YOUR HELP: The last couple of weeks has taught us invaluable lessons regarding the unpredictability and fragility of life. @ayushmannk and I have been supporting an NGO, @shaktifoundationindia who have undertaken varied social initiatives for the socially and financially vulnerable. One of the significant project undertaken by Shakti Foundation, is @gulmeher_delhi, a social entrepreneurship initiative of women waste-pickers from Ghazipur - one of Delhi’s oldest landfills. It is aimed at providing alternative income generation so that the women could get off the landfill and earn their livelihood with dignity. The last 7 years saw these women being trained and transformed into artisans, selling products and attaining financial independence as well as rebuilding the lives of their families. The recent turn of events threatens to undo all that has been thus far achieved and perhaps even push them back to the conditions they have come out of. We would like to reach out to you for financial assistance to sustain this strata of economically vulnerable in the form of donations as below: · Wages for 3 months of 50 women: Rs.9 Lakhs · Soap & Food for families for one month: @ Rs. 1000 per family per month (Their target is to reach 25000 families in the next month) · Cloth masks-manufacture of 10,000 masks to be distributed free of cost to the most exposed frontline workers fighting COVID 19: Rs. 3 Lakhs They say that “Hard times don't create heroes. It is during the hard times when the 'hero' within us is revealed.” I’d appreciate you being our real life superhero and helping save this initiative. Account: Shakti Foundation Savings account no: 50100335601305 Bank: HDFC bank,vasant Kunj, new delhi IFSC: HDFC0000273 Or at the following link: https://bit.ly/2WKbzQO Please share your PAN number for your 80G receipt #coronavirus #foodsecurity #income #safe #socialdistancing #wastepickers #heroes #winners #coronaviruslockdown #delhifightscorona #covid19india #indiafightscorona #masks #livelihoods

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उन्होंने आगे कहा, "ताहिरा और मैं सालों से गुलमेहर नामक गैर लाभकारी संगठन के साथ जुड़े हैं और उन महिलाओं की मदद करने का यथासंभव प्रयास कर रहे हैं, जो अभी बेहद परेशान हैं." राशि का खुलासा किए बगैर आयुष्मान ने आगे कहा, "पीएम-केयर्स में दान देने के अलावा हम गुलमेहर की इन असाधारण महिलाओं के लिए भी कुछ करने का प्रयास कर रहे हैं." ये भी पढ़ें:  Coronavirus in India: कोरोना वायरस को लेकर चिंतित हैं आयुषमान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप

ताहिरा ने इस बारे में कहा, "आर्थिक अस्थिरता के चलते वे अभी काफी गंभीर जोखिम में हैं, क्योंकि एक भी दिन कमाई के बिना उनकी जिंदगी का गुजारा नहीं हो पाता है, ऐसे में आयुष्मान और मैं यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हम उनके साथ खड़े रहें और इस समय उनका समर्थन करें."