Anupam Kher and Darshan Kumar Defend 'The Kashmir Files': इफ्फी 2022 की क्लोजिंग सेरेमनी के अंत में एक नया विवाद देखने को मिला. दरअसल, विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित 'द कश्मीर फाइल्स' को सोमवार को यहां प्रदर्शित किया गया जिसे देखने के बाद इफ्फी के ज्यूरी हेड नदव लपिद ने उसे अश्लील और प्रोपोगंडा फिल्म बताया दिया. ये सुनने के बाद अनुपम खेर ने कहा, "झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो.. सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है."
उन्होंने आगे कहा, "हम इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. प्रलय सही है तो कश्मीरी पंडितों का पलायन भी सही है. टूलकिट गैंग जिस तरह से दोबारा सक्रिय हुआ हिया, उससे ये पूर्व नियोजित लगता है. उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है."
झूट का क़द कितना भी ऊँचा क्यों ना हो..
सत्य के मुक़ाबले में हमेशा छोटा ही होता है.. pic.twitter.com/OfOiFgkKtD
— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 28, 2022
We'll give proper reply. If holocaust is right, exodus of Kashmiri Pandits is right too. Seems pre-planned as immediately after that toolkit gang became active. Shameful for him to make a statement like this: Anupam Kher, on IFFI Jury Head Nadav Lapid's remarks for #KashmirFiles pic.twitter.com/WH4u7Pl74J
— ANI (@ANI) November 29, 2022
इसी के साथ दर्शन रावल ने भी कहा, "वे जो कुछ भी देखते और महसूस करते हैं, उस पर हर किसी की अपनी व्यक्तिगत राय होती है. लेकिन इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि द कश्मीर फाइल्स एक ऐसी फिल्म है जिसमें कश्मीरी पंडित समुदाय की वास्तविक दुर्दशा को दर्शाया गया है, जो अभी भी आतंकवाद के क्रूर कृत्यों के खिलाफ न्याय के लिए लड़ रहे हैं."
आगे बात करते हुए बात करते हुए उन्होंने कहा, "उन्होंने आगे कहा, "तो यह फिल्म अश्लीलता पर नहीं बल्कि वास्तविकता पर आधारित है.' बता दें कि 'द कश्मीर फाइल्स' में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन की दर्दनाक कहानी को बखूभी दर्शाया गया है. ये इस वर्ष की सबसे सफल फिल्मों में से एक रही.