नई दिल्ली: पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) एक ऐसा नाम है जिसे आज हर कोई जानता है. उन्हें स्टार कहना कोई गलती नहीं होगी क्योंकि उन्होंने सिल्वर स्क्रीन (Silver Screen) और ओटीटी (OTT) पर अपने यथार्थवादी और दमदार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है. अभिनेता का कहना है कि उन्होंने आगे जो सपना देखा था वह उससे आगे जी रहे हैं. दो भागों वाली क्राइम थ्रिलर फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' (Gangs of Wasseypur) से सुर्खियों में आए 44 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि उनका सपना छोटा था क्योंकि वह केवल अच्छा काम और सिनेमा करना चाहते थे. अभिनेता Pankaj Tripathi ने कहा- अगर मैं दिलचस्प किरदार नहीं निभाऊंगा तो बोर हो जाऊंगा
2004 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक करने वाले पंकज से पूछें कि क्या उन्हें लगता है कि वह अब अपने सपने को जी रहे हैं?
उन्होंने आईएएनएस को बताया, "हां, आप कह सकते हैं. जिस काम में मैं व्यस्त हूं, वह एक सपने जैसी स्थिति है. मेरा सपना वास्तव में इससे छोटा था. मैं वास्तव में जो सपना देखा था, उससे बहुत आगे जी रहा हूं."
बिहार के गोपालगंज जिले में पैदा हुए अभिनेता ने कहा, "यह वास्तविक से ज्यादा वास्तविक है क्योंकि आपने इसके बारे में सोचा भी नहीं है कि ऐसा कुछ होगा. इसलिए, मुझे नहीं पता कि यह वास्तविक है या असली."
पंकज अब कबीर खान द्वारा निर्देशित अपनी अगली फिल्म '83' की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं. यह फिल्म कपिल देव की कप्तानी में 1983 क्रिकेट विश्व कप में भारत की जीत के बारे में है.