सेलिब्रिटी फोटोग्राफर और फिल्म निर्माता अतुल कासबेकर ने अपने और 'चीट इंडिया' के निर्देशक सौमिक सेन के खिलाफ एक महिला द्वारा लगाए गए शोषण के आरोपों का खंडन किया है. कासबेकर के सह मालिकाना हक वाली 'एलिप्सिस एंटरटेनमेंट' ने ट्विटर पर हाल ही में बने एक अज्ञात खाते द्वारा उन पर एक महिला का यौन शोषण करने का आरोप के जवाब में ट्विटर पर प्रतिक्रिया दी.
कासबेकर, तनुज गर्ग, शांति शिवराम, स्वाति अय्यर और पिया सावने द्वारा हस्ताक्षरित बयान में लिखा है, "हमें 'चीट इंडिया' की शूटिंग के दौरान निर्देशक सौमिक जैन द्वारा किसी महिला सदस्य से अनुचित व्यवहार की कोई शिकायत नहीं मिली."
उन्होंने इशारा किया कि बैनर ने 'नीरजा' और 'तुम्हारी सुलू' जैसी फिल्मों का निर्माण किया है और वह महिला वर्चस्ववाद के लिए जानी जाती हैं जिससे महिला सशक्तीकरण दिखता है.
बयान में लिखा है, "जहां हम भारत में 'मीटू' अभियान का समर्थन करते हैं, वहीं हम लोगों को अप्रमाणित विशेषकर अज्ञात लोगों के आरोपों से सावधान का आग्रह करते हैं. हमें यह भी उम्मीद है कि इससे 'मीटू' अभियान की विश्वसनीयता प्रभावित नहीं होगी."
ट्विटर पर अज्ञात महिला के खाते द्वारा की गई पोस्ट में कहा गया है कि हाल ही में 'चीट इंडिया' के सेट पर कासबेकर और सेन के साथ काम करने का मेरा अनुभव और बुरा है. महिला का कहना है कि सेन उन्हें और उनकी साथी कलाकारों को एक लेस्बियन वेब श्रंखला में काम करने के लिए कहा करते थे.
खाते द्वारा आगे लिखा गया, "सेन हमारे सामने अप्राकृतिक सेक्स का वर्णन करते और कासबेकर वहां बेशरमी से मुस्करा रहे होते. वे दृश्य के बीच में उत्तेजित गीत भी गाने लगते. ऐसे ही एक समय पर मैंने अपना आपा खो दिया और सौमिक को वह दृश्य करने से मना कर दिया जिसकी प्रतिक्रिया स्वरूप मुझे 'चीट इंडिया' से बाहर करने की धमकी दे दी गई."