बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) सिर्फ फिल्मी परदे पर हीरो नहीं है बल्कि रियल लाइफ में वो भी एक असली हीरो हैं. नाकामी से लड़ते हुए शिखर तक पहुंचने वाले बिग बी के पिछले 50 सालों (50 Years) का सफर किसी भी शख्स के लिए एक मिसाल से कम नहीं है. दिग्गज कवी हरिवंश राय बच्चन के घर जन्मे अमिताभ बच्चन की फिल्मी राह आसान नहीं रही. अपने शुरूआती दौर में अमिताभ ने एक बाद एक 12 फ्लॉप फिल्में दी थी लेकिन इसके बाद भी अमिताभ हारे नहीं और फिल्म जंजीर से शुरू हिट का सिलसिला आज तक चल रहा हैं.
अमिताभ बच्चन ने फिल्म इंडस्ट्री में आज 50 साल पूरे कर लिए हैं. आज ही के दिन उनकी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी रिलीज हुई थी. जो बॉक्स ऑफिस पर तो कमाल नहीं दिखा पाई लेकिन इसने बिग बी को फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री जरूर दिला दी.
Not just as a son, but as an actor and a fan... We are all blessed to witness greatness!
There is so much to admire, to learn and even more to appreciate. Several generations of cinema lovers get to say we lived in the times of BACHCHAN!!! pic.twitter.com/TQAJY3Hrfw
— Abhishek Bachchan (@juniorbachchan) November 7, 2019
दरअसल सात हिंदुस्तानी फिल्म मिलने से पहले अमिताभ बच्चन एक कंपनी बतौर सेल्स एग्ज़िक्यूटिव के तौर पर काम कर रहे थे. इस जॉब के लिए अमिताभ बच्चन को 1600 रुपए मेहनताना मिलता था. लेकिन बिग बी को नौकरी पसंद नहीं आ रही थी. ऐसे में पूरे परिवार ने फैसला किया कि अमिताभ फिल्मों में किस्मत आजमाएंगे. उस दौरान डायरेक्टर ख्वाजा अहमद अब्बास अपनी फिल्म सात हिंदुस्तानी के लिए एक्टर्स की तलाश कर रहे थे.
Congratulations Pa on completing 50 years in the Film industry. We now await the next 50!
Love you. @SrBachchan #50yrsofSaatHindustaani#50yrsofBachchan#GiveItUpForBachchan
— Abhishek Bachchan (@juniorbachchan) November 7, 2019
रिपोर्ट के अनुसार अमिताभ के भाई अजिताभ ने ख्वाजा अहमद अब्बास को बायोडेटा भेजा. जिसके बाद डायरेक्टर ने हरिवंश राय बच्चन से बात कर अमिताभ को अपनी फिल्म में अनवर अली का रोल दे दिया. जो बिहार का रहने वाला एक मुस्लिम युवक है. इस रोल के लिए अमिताभ को 5 हजार रुपए की फीस मिली थी. ये अमिताभ के करियर की एकमात्र ब्लैक एंड वाईट फिल्म हैं.