Boycott Turkey: Myntra और AJIO ने बंद की तुर्की ब्रांडों की बिक्री, भारत के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देने पर किया बॉयकॉट; ई-कॉमर्स से लेकर टूरिज्म तक सख्त रुख
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Boycott Turkey: पहलगाम जैसे कायराना हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सख्त कदमों को लेकर जब तुर्की और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया, तो भारत में इसके खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा. अब यह गुस्सा धीरे-धीरे बॉयकॉट मुहिम में बदल गया है, जिसमें देश के व्यापारी, ई-कॉमर्स कंपनियां और ट्रैवल सेक्टर भी शामिल हो गए हैं. Myntra और AJIO जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने तुर्की के ब्रांड्स जैसे Trendyol, Koton और LC Waikiki को पहले अपनी वेबसाइट्स पर पीछे किया और अब पूरी तरह हटा दिया है.

सूत्रों की मानें तो Myntra और रिलायंस की AJIO ने इन ब्रांड्स की बिक्री बंद कर दी है.

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Myntra और AJIO ने बंद की तुर्की ब्रांडों की बिक्री

10 तुर्की ब्रांड्स की बिक्री पर लगी रोक

रिलायंस ने कहा, "हमारे लिए ‘नेशन फर्स्ट’ सिर्फ नारा नहीं है, बल्कि हर फैसले की नींव है. हम देश की भावना और हित के मुताबिक ही अपने सभी प्लेटफॉर्म्स पर चीजों की समीक्षा कर रहे हैं."

मौजूदा समय में Myntra और AJIO जैसे प्लेटफॉर्म्स पर करीब 10 तुर्की ब्रांड्स मौजूद हैं, लेकिन अब इनकी बिक्री पर रोक लगाई जा चुकी है.

ट्रेड और टूरिज्म सेक्टर में भी झटका

ट्रैवल वेबसाइट EaseMyTrip और Ixigo जैसी कंपनियों ने अपने यूजर्स को तुर्की और अजरबैजान की यात्रा से बचने की सलाह दी है. यहां तक कि कुछ ट्रैवल एजेंसियों ने इन देशों के टूर पैकेज्स भी बंद कर दिए हैं.

वहीं, व्यापारी भी पीछे नहीं हैं. भारतीय ट्रेडर्स ने तुर्की से आने वाले सेब और मार्बल जैसे सामानों को बेचना बंद कर दिया है.

क्या कहती हैं ट्रेड फिगर्स?

भारत और तुर्की के बीच ट्रेड सरप्लस भारत के पक्ष में है. अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच भारत ने तुर्की को करीब $5.2 बिलियन डॉलर का निर्यात किया, जबकि $2.84 बिलियन डॉलर का आयात हुआ.

अजरबैजान से भारत को कोई बड़ा व्यापारिक फायदा नहीं है. 2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक भारत ने अजरबैजान को सिर्फ $86 मिलियन डॉलर का सामान एक्सपोर्ट किया.

भारत के दुश्मनों का ठप होगा कारोबार

इन आँकड़ों से साफ है कि तुर्की और अजरबैजान का समर्थन पाकिस्तान को भारी पड़ सकता है, खासकर भारतीय बाजार से दूरी बनाकर. भारत सरकार की ओर से अभी कोई औपचारिक प्रतिबंध नहीं लगाया गया है,

लेकिन जनता का गुस्सा और बिजनेस का रवैया साफ इशारा कर रहा है कि जो देश भारत विरोधियों का साथ देंगे, उनका यहां कारोबार नहीं चलेगा.