देश की खबरें | मणिपुर के ‘इंफाल ईस्ट’ जिले में महिलाओं ने अफस्पा के खिलाफ रैली निकाली

इंफाल, 25 नवंबर मणिपुर के ‘इंफाल ईस्ट’ जिले में हजारों महिलाओं ने कर्फ्यू के आदेशों की अवहेलना करते हुए सोमवार को रैली निकाली और राज्य से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) 1958 को हटाने की मांग की।

‘इंफाल ईस्ट’ जिले के स्थानीय संगठनों और ‘मीरा पैबी’ ने इस रैली का आयोजन किया, जिसमें महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर “राज्य से अफस्पा हटाओ’’, “कठोर कानून लागू करना बंद करो” तथा पूर्वोत्तर राज्य में “महिलाओं और बच्चों की हत्याओं को रोकने” जैसे नारे लगाए।

यह रैली कोंगबा बाजार से शुरू हुई और तीन किलोमीटर पहुंचने के बाद तथा मुख्यमंत्री सचिवालय से मात्र एक किलोमीटर दूर कोनुंग ममांग में सुरक्षाबलों ने इसे रोक दिया।

‘मीरा पैबी’ की सदस्य बबीना मैबाम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यहां के मूल लोगों के निरंतर दमन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं... हम अतीत में किए गए उन अन्यायों और क्रूरताओं का फिर से सामना नहीं करना चाहते। उच्चतम न्यायालय में फर्जी मुठभेड़ के मामले लंबित हैं। हाल ही में छह पुलिस थानों के अंतर्गत क्षेत्रों में अफस्पा को फिर से लागू करना दिखाता है कि केंद्र केवल लोगों के दुखों को और बढ़ाना चाहता है।’’

अफस्पा के तहत, सशस्त्र बल अशांत क्षेत्रों में तलाशी ले सकते हैं, गिरफ्तार कर सकते हैं तथा यदि उन्हें लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए गोलीबारी करने की जरुरत पड़ती है तो अफस्पा उन्हें ये करने का अधिकार देता है।

केंद्र ने हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित मणिपुर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में अफस्पा को हाल ही में फिर से लागू कर दिया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के कारण लगातार अस्थिर हो रही स्थिति को देखते हुए अफस्पा को लागू किया गया है।

जिन पुलिस थाना क्षेत्रों में अफस्पा को फिर से लागू किया गया है, उनमें इंफाल वेस्ट का सेकमई और लामसांग, इंफाल ईस्ट का लाम्लाइ, जिरीबाम जिले का जिरीबाम, कांगपोकपी का लीमाखोंग और बिष्णुपुर जिले का मोइरांग शामिल है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)