देश की खबरें | जब सारे संसाधन भाजपा के पास हैं तो फिर इत्र व्यापारी के यहां से निकला यह पैसा किसका: अखिलेश

अखिलेश सपा की समाजवादी रथ यात्रा के तहत उन्नाव के जीआईसी मैदान से आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इत्र व्यापारी के यहां करोड़ो रूपये मिलने पर उन्होंने कहा, '' अभी आप लोगों ने टीवी पर देखा होगा और अखबारों में पढ़ा होगा एक दीवार से रुपये निकल रहे हैं। न जाने कितनी गड्डियां निकली हैं। कई नोट गिनने वाली मशीन लगानी पड़ी हैं, रुपये गिनने के लिये, एक-दो नहीं तीन-चार दिन हो चुके हैं अभी भी गिनती चल रही है। यह उत्तर प्रदेश की पहली खोज होगी जहां एक साथ इतने रुपये मिले हैं।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘सरकार किसकी है?, रेलवे किसका है?, हवाई जहाज किसके हैं?, सड़क किसकी है,? जब सब कुछ उनका है फिर यह रुपये किसके होंगे ? यह रुपया समाजवादियों का नहीं है, रूपया भाजपाइयों का है। अगर भाजपाई कहें रूपया उनका नहीं है तो उनके फोन कॉल की जानकारी निकाल लो। जब डिटेल निकलेगा तो अपने आप ही पता चल जायेगा ये रुपये किसके हैं।''

यादव ने सवाल किया, ‘‘जब इतने रुपये निकल रहे हैं तो नोटबंदी फेल हो गयी या नहीं हो गयी? अगर नोट बंदी कामयाब थी तो भाजपा वाले के घर में इतना रूपया कैसे निकला। जब बैंक तुम्हारी, रुपया तुम्हारा, निकालने वाले तुम्हारे तो बाबा योगी झूंठ मत बोलो, सच्चाई सामने लाइये। हां, एक सच्चाई सभी जानते हैं सरकार बचने वाली नहीं है।’’

कानपुर मेट्रो को लेकर अखिलेश ने कहा, ‘‘कानपुर में मेट्रो सपा की देन है, समाजवादी पार्टी ने ही इसकी शुरूआत की थी। अगर हमारी सरकार जीत कर आती है, तो कानपुर से उन्नाव तक मेट्रो बनाई जाएगी।’’

गौरतलब हैं कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर मेट्रो का उद्घाटन किया है।

इससे पहले एक पत्रकार वार्ता में यादव ने मंगलवार को कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के उनकी पार्टी से किसी तरह के संबंध से इनकार किया और मजाक में कहा कि भाजपा ने "गलती से" अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा।

यहां समाजवादी रथ यात्रा शुरू होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में सपा प्रमुख ने कहा कि व्यापारी के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई भाजपा नेताओं के नाम सामने आएंगे जो उनके संपर्क में थे।

उन्होंने कहा, 'गलती से भाजपा ने अपने ही कारोबारी पर छापा मारा।’’ उन्होंने दावा किया कि समाजवादी इत्र (इत्र) सपा एमएलसी पुष्पराज जैन द्वारा लांच गया था न कि पीयूष जैन ने लांच किया था।

भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ सत्तारूढ़ भाजपा ने डिजिटल भूल से अपने ही व्यवसायी (पीयूष जैन) के यहां छापा मारा।’’

गौरतलब है कि आयकर और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा गत दिनों की गई छापेमारी में कानपुर में इत्र व्यापारी के घर से लगभग 257 करोड़ रुपये नकद, 25 किलो सोना और 250 किलो चांदी बरामद की गई थी। अदालत के आदेश पर पीयूष जैन को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

इससे पहले भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन से समाजवादी पार्टी के संबंध रहे हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को हरदोई की सभा में कहा कि कुछ दिन पहले आयकर विभाग ने छापा मारा तो भाई अखिलेश के पेट के अंदर मरोड़ होने लगा, कहने लगे कि राजनीतिक द्वेष के कारण छापा मारा गया है और आज उन्हें जवाब सूझ नहीं रहा है कि समाजवादी इत्र बनाने वाले के यहां से छापे (कन्नौज और कानपुर में इत्र व्यापारी के यहां छापा) में ढाई सौ करोड़ रुपये मिला है।

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