एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)
मुंबई, 25 नवंबर शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक की संपत्ति पर प्रवर्तन निदेशालय के छापे के एक दिन बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि वे जांच से नहीं डरते हैं।
राउत ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ के तहत ईडी ने छापेमारी की ।
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राउत ने कहा कि वह ईडी को भाजपा के 120 नेताओं की सूची भेजेंगे और देखेंगे कि क्या केंद्रीय एजेंसी उन्हें जांच के लिए बुलाती है ।
राउत ने आरोप लगाया, ‘‘हम जांच से नहीं डरते हैं। सरनाईक पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके परिवार का उस मामले से कोई लेना देना नहीं है, जिसकी जांच ईडी कर रहा है । दिल्ली के शासकों को लगता है कि मराठी भाषी लोगों को कारोबार नहीं करना चाहिए और अगर ऐसा करेंगे तो उन्हें ईडी के जरिए खत्म कर दिया जाएगा।’’
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुरक्षा प्रदान करने वाली कंपनी तथा अन्य के खिलाफ धन शोधन की जांच के तहत मुंबई और ठाणे में सरनाईक से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी।
राउत ने कहा, ‘‘इस जांच को पूरी होने दीजिए...मैं ईडी को भाजपा के 120 नेताओं की एक सूची दूंगा और देखूंगा कि क्या वह उन सबको पूछताछ के लिए बुलाती है? लोग जानते हैं कि ईडी की जांच से कौन डरता है । ’’
उन्हें भी ईडी का नोटिस मिलने संबंधी खबरों के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना सांसद ने कहा, ‘‘मुझे भी बताया गया है कि पुराने मामलों को खंगाला जा रहा है । ईडी मोहनजोदाड़ो-हड़प्पा तक जा रही है। मुझे और महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के नेताओं को अगर ऐसा नोटिस मिलता है तो मुझे कोई हैरानी नहीं होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुखर होना, सच बोलना और अपनी पार्टी के प्रति वफादारी रखना इन दिनों अपराध हो गया है।’’
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को दबाने की और ‘प्रतिशोध’ की राजनीति नहीं चलेगी।
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