लाहौर, 23 दिसंबर पाकिस्तान में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का एक प्रमुख कमांडर मारा गया जो पंजाब प्रांत में इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) भवन पर घातक हमले सहित कई आतंकी हमलों में शामिल था।
आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने एक बयान में कहा कि उसे गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ आतंकवादी प्रांतीय राजधानी लाहौर से लगभग 200 किलोमीटर दूर चिनिओट इलाके में छिपे हुए हैं।
सीटीडी ने पुलिस के साथ मिलकर शनिवार तड़के संबंधित ठिकाने पर छापा मारा।
इसने कहा, ‘‘जब पुलिस ने ठिकाने को घेर लिया तो आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई की गई और गोलीबारी के दौरान दो आतंकवादी मारे गए।’’
आतंकवादियों में से एक की पहचान गजनफर नदीम उर्फ खालिद हबीब के रूप में हुई है, जिस पर पचास लाख रुपये का इनाम था।
सीटीडी ने कहा कि नदीम लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद शहर में आईएसआई भवन पर हुए बम हमले का मास्टरमाइंड था।
वर्ष 2011 में फैसलाबाद में आईएसआई भवन के बाहर हुए विस्फोट में 25 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हुए थे।
सीटीडी ने कहा, ‘‘नदीम पंजाब प्रांत में प्रतिबंधित टीटीपी का प्रमुख कमांडर था। वह देश में शिया मुसलमानों पर हमलों सहित 11 प्रमुख आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल था, जिसमें 50 लोग मारे गए थे। वह 2011 से फरार था।’’
इसने कहा कि आतंकियों के ठिकानों से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किए गए हैं।
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