नयी दिल्ली, 27 फरवरी देश के तीन राज्यों की तीन विधानसभाओं के लिए उपचुनाव सोमवार को शांतिपूर्ण रहा और करीब 63 से 70 प्रतिशत मतदान हुआ।
बहरहाल, तमिलनाडु में ईवीएम में कुछ तकनीकी गड़बड़ियों की जानकारी मिली और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर मतदाताओं को ‘‘प्रभावित’’ करने का आरोप लगाया।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सागरदिघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए अपराह्न तीन बजे तक 63 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जबकि झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट के लिए शाम पांच बजे तक 67.96 प्रतिशत मतदान हुआ।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु के इरोड पूर्व के उपचुनाव में मतदाताओं ने शाम पांच बजे तक करीब 70.58 प्रतिशत मतदान किया।
अधिकारियों ने बताया कि तीनों स्थानों पर मतदान के दौरान किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल ने सीआरपीएफ पर मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के पक्ष में प्रभावित करने का आरोप लगाया। इस बीच, भाजपा ने तृणमूल पर बिना बात का मुद्दा बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
सागरदिघी विधानसभा सीट के उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है।
टीएमसी 2011 से इस सीट पर जीत दर्ज करती आ रही है। टीएमसी ने 2021 में लगभग 50 हजार मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उसने कुल मतों के 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल किए थे, जबकि भाजपा और कांग्रेस-वाम गठबंधन ने क्रमश: 24 और 19 प्रतिशत मत हासिल किये थे।
टीएमसी ने स्थानीय नेता देबाशीष बनर्जी को मैदान में उतारा है। भाजपा के उम्मीदवार दिलीप साहा हैं जबकि वाम समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार बायरन बिस्वास भी चुनाव मैदान में हैं।
टीएमसी विधायक एवं राज्य के मंत्री सुब्रत साहा के पिछले साल दिसंबर में निधन के कारण सागरदिघी विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
झारखंड की रामगढ़ सीट के लिए मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ। मुख्य मुकाबला आपराधिक मामले में सजायाफ्ता कांग्रेस की ममता देवी के पति बजरंग महतो एवं भाजपा समर्थित आजसू (अखिल झारखंड छात्र संघ) उम्मीदवार एवं सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी के बीच है ।
ममता देवी की विधानसभा की सदस्यता रद्द किये जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी ।
तमिलनाडु के इरोड पूर्व में कुछ कथित तकनीकी गड़बड़ियों की जानकारी मिली, जिसके कारण अधिकारियों को दो मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित करना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कुछ लोग अशोकापुरम में लोगों को नकदी वितरित करने में शामिल थे लेकिन जब अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें वहां कोई नहीं मिला।
वीरापंचथिरम में शिकायत मिली कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर एक विशेष बटन दबाने के बाद इच्छित उम्मीदवार के लिए वोट दर्ज नहीं हुए। ब्रो रोड में भी ईवीएम के ठीक से काम नहीं करने की शिकायत मिली। दोनों जगहों पर अधिकारियों ने कुछ समय के लिए मतदान स्थगित कर दिया और समस्या दूर होने के बाद मतदान की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई।
सत्तारूढ़ द्रमुक समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ई.वी.के.एस. ईलनगोवन और अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार के. एस. थेन्नारासु सुबह मतदान करने वालों में शामिल रहे।
यह उपचुनाव इस साल जनवरी में ईलनगोवन के पुत्र एवं कांग्रेस विधायक ई थिरुमाहन इवेरा का निधन हो जाने के कारण कराया जा रहा है।
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