युद्ध ग्रस्त सीरिया में वायरस का खतरा, दमिश्क सरकार ने सीमाएं की बंद
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के प्रकोप ने दुनिया भर में 18 लाख लोगों को संक्रमित किया है और करीब 1,12,000 लोगों की जान ले ली है. सीरिया (Syria) में वायरस को फैलने से रोकने के प्रयासों के तहत दमिश्क सरकार ने सीमाएं बंद कर दी हैं, प्रांतों के बीच आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है और स्कूल एवं रेस्तरां बंद कर दिए हैं. आधिकारिक संख्या कम है जहां दो मौत और 19 संक्रमितों की पुष्टि हुई है लेकिन केवल 100 मरीजों की रोजाना जांच हो रही है और उनमें भी आधे से ज्यादा जांच राजधानी दमिश्क में हो रही हैं.

और जहां सरकार ने करीब दशक भर चले गृह युद्ध के बाद देश के ज्यादातर हिस्सों पर नियंत्रण पा लिया है वहीं कुछ इलाके अब भी अंकारा समर्थित विद्रोहियों और कुर्द लड़ाकों के कब्जे में हैं. विशेषज्ञ दमिश्क पर राजनीतिक उद्देश्यों से मृतक संख्या कम करने का आरोप लगा रहे हैं. लंदन के थिंक टैंक चैटहम हाउस के वरिष्ठ परामर्शी शोधार्थी जकी मेहची ने कहा, “चिकित्सा स्टाफ का मानना है कि सीरिया में कई लोग वायरस के लक्षणों के साथ मर रहे हैं.”

देश में अब तक 308 लोग कोरोना वायरस के शिकार, संक्रमितों की संख्या 9,152 पर पहुंची

उन्होंने कहा, “लेकिन सुरक्षा एजेंसियां उनसे इसका जिक्र नहीं करने को कह रही हैं, खासकर मीडिया के सामने.” लंदन में रणनीतिक अध्ययन के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थान में पश्चिम एशिया के विश्लेषक एमिले होकायम ने कहा, “यह बड़ी आपदा का संकेत है.” विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक 2019 के अंत तक दो तिहाई से भी कम अस्पताल चल रहे थे और 2011 में युद्ध शुरू होने के बाद से 70 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मी यहां से भाग गए.

रेड क्रॉस अंतरराष्ट्रीय समिति ने आगाह किया कि इदलिब में विस्थापितों के लिए बने शिविरों में सामाजिक दूरी असंभव है और विद्रोहियों के कब्जे वाला यह प्रांत वैश्विक महामारी शुरू होने से पहले से ही मानवीय संकट से गुजर रहा है.

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