लंदन, 17 मार्च: सार्स-कोव-2 (SARS-CoV-2) वायरस के कारण होने वाली कोविड-19 बीमारी को लेकर किए गए एक अध्ययन में पता चला है कि प्रसव से पहले या बाद में बच्चे को उसकी मां से संक्रमण का खतरा बेहद कम है. बीएमजे में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात सामने आई है. अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि संक्रमित माता से जन्मे बच्चे जो कोविड की चपेट में आए उनकी संख्या दो फीसदी है. हालांकि माता के कोविड-19 के गंभीर संक्रमण की चपेट में आने या प्रसव के बाद संक्रमित होने की स्थिति में बच्चे को कोरोना वायरस होने का खतरा अधिक है. यह भी पढ़ें: COVID-19 Vaccine: 12 से 14 साल के बच्चों को कल से लगेगी Corbevax वैक्सीन- ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में एक टीम ने अनुसंधान में पाया है कि सामान्य चिकित्सा प्रक्रिया के तहत जन्म लेने वाले बच्चों और स्तनपान करने वाले बच्चों को अपनी मां से संक्रमित होने का खतरा भी कम है. शोधकर्ताओं ने पूरी दुनिया से आंकड़े एकत्र किए हैं और ऐसे 14 हजार से अधिक बच्चों की निगरानी की है, जिन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित मां ने जन्म दिया.
शोधकर्ताओं के मुताबिक अध्ययन में शामिल किए गए 14,271 बच्चों में से केवल 1.8 प्रतिशत बच्चे ही सार्स-कोव-2 से संक्रमित पाए गए. शोधकर्ताओं ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान टीकाकरण को और अधिक प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि गर्भवती महिलाओं में संक्रमण और गंभीर बीमारी को रोका जा सके.
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