वैटिकन सिटी, 30 अक्टूबर: दिवाली के पहले रोमन कैथोलिक चर्च के केंद्र वैटिकन ने हिंदू समुदाय को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की है कि महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के कारण निराशा और अनिश्चितता के बीच अंतरधार्मिक एकजुटता लोगों के जीवन में प्रकाश ला सकती है.यह भी पढ़े: अमेरिका ने ईरान के ड्रोन कार्यक्रम पर लगाए प्रतिबंध
अंतरधार्मिक संवाद के लिए ‘पोंटिफिकल काउंसिल’ ने शुक्रवार को सभी हिंदुओं को दिवाली के मौके पर बधाई संदेश दिया. इस बधाई संदेश का विषय था ‘‘ईसाई और हिंदू: एक साथ निराशा के समय में लोगों के जीवन में प्रकाश ला सकते हैं.’’ इस साल दिवाली चार नवंबर को मनाई जाएगी. इस बयान के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वैटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने पोप को भारत आने का न्योता दिया.
‘पोंटिफिकल काउंसिल’ ने एक बयान में कहा, ‘‘वर्तमान महामारी से उत्पन्न चिंता और अनिश्चितता तथा इसके परिणामस्वरूप विश्वव्यापी संकटों के बीच इस पर्व का आयोजन आपके जीवन, घरों और समुदायों को एक बेहतर भविष्य की आशा के साथ रोशन करे.’’बयान में कहा गया, ‘‘लोगों के जीवन और आजीविका को प्रभावित करने वाली महामारी के कारण लोगों में निराशा की भावना उत्पन्न हो गई और ‘‘हम ईसाई और हिंदू दोनों ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में लोगों के जीवन में आशा की रोशनी ला सकते हैं.’’
बयान में कहा गया, ‘‘अंतरधार्मिक एकता के माध्यम से लोगों के जीवन में प्रकाश लाना भी समाज में धार्मिक परंपराओं की उपयोगिता और साधन संपन्नता की पुष्टि करता है.’’‘पोंटिफिकल काउंसिल’ ने कहा कि एक दूसरे के बारे में अधिक जागरूकता, सहभागिता और काम करने वाली एकजुटता दुनिया को हर संकट से बेहतर तरीके से बाहर निकलने में मदद कर सकती है.
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