शकूर बस्ती की झुग्गियों को लेकर अरविंद केजरीवाल के दावे को अश्विनी वैष्णव ने तथ्यात्मक रूप से गलत बताया

नयी दिल्ली, 14 जनवरी : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली की शकूर बस्ती में रेलवे की जमीन के एक हिस्से से संबंधित आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के उस दावे को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बताते हुए खारिज कर दिया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झुग्गियों को ध्वस्त करना चाहती है. भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए वैष्णव ने राष्ट्रीय राजधानी में रेलवे स्टेशनों के विकास के लिए अपने मंत्रालय के कार्यों का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया और कहा कि दिल्ली के लिए उनके मंत्रालय का बजट 10 वर्षों में 27 गुना बढ़कर 96 करोड़ रुपये से 2,582 करोड़ रुपये हो गया है.

उन्होंने परोक्ष रूप से झुग्गियों की जमीन का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल दो-तीन दिन पहले शकूर बस्ती गए थे और कहा था कि रेलवे ने इन झुग्गियों के लिए निविदा जारी की है.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इस तरह का कुछ भी नहीं हुआ है. उन्होंने (केजरीवाल) तथ्यात्मक रूप से गलत बयान दिया है.’’ संवाददाता सम्मेलन में एक नक्शा दिखाते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जिस परियोजना का जिक्र किया वह शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन के लिए एक खाली भूखंड था. यह भी पढ़ें : Delhi: उम्मीद है इस बार दिल्ली की जनता कांग्रेस को मौका देगी: सचिन पायलट

केजरीवाल ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली जिले में शकूर बस्ती का दौरा किया था और आरोप लगाया था कि भाजपा झुग्गीवासियों के कल्याण के बजाय भूमि अधिग्रहण को प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘वे पहले आपके वोट चाहते हैं और चुनाव के बाद आपकी जमीन चाहते हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा झुग्गियों को ध्वस्त करना चाहती है. दिल्ली में अपने मंत्रालय के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए, वैष्णव ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के सभी 13 मुख्य रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकांश स्टेशन पुराने हो गए हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सफदरजंग रेलवे स्टेशन को सात मंजिल की परियोजना के रूप में पुनर्विकसित किया जा रहा है, जबकि बिजवासन में पश्चिमी भारत आने-जाने वाली ट्रेनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा. उन्होंने कहा कि हजरत निजामुद्दीन को भीड़भाड़ कम करने के लिए एक मेगा टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है. वैष्णव ने बताया कि इसी तरह आनंद विहार, सराय रोहिल्ला और दिल्ली छावनी स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली वर्तमान में 700 ट्रेनों के आवागमन को संभाल सकती है और मंत्रालय भविष्य में 1,200 से 1,400 ट्रेनों से निपटने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एक मास्टरप्लान तैयार कर रहा है.