देश की खबरें | उत्तराखंड सरकार ने तेदुए से सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए

देहरादून, 17 जनवरी देहरादून सहित उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में तेदुए के हमलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर राज्य सरकार ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए स्थानीय लोगों से प्रशासन का सहयोग करने के लिए कहा है।

राज्य के प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु ने बुधवार को कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष के मद्देनजर संवेदनशील और जंगलों से सटी रिहायशी कॉलोनियों में रात्रि गश्त तेज कर दी गयी है और आम जनता की सुरक्षा के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं ।

उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में तेंदुए के हमलों में बच्चों की जान गयी है या वे घायल हुए हैं, वहां पिंजरे लगा दिए गए हैं और प्रभागीय वन अधिकारियों को लगातार स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है।

देहरादून, टिहरी, पिथौरागढ़, पौड़ी, तराई पूर्व, तराई पश्चिम और तराई केंद्र उन क्षेत्रों में शामिल हैं जिन्हें मानव-वन्यजीव संघर्ष की द्रष्टि से संवेदनशील स्थानों के रूप में चिह्नित किया गया है।

देहरादून के राजपुर क्षेत्र में 14 जनवरी को एक 12 वर्षीय लड़के पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। बालक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती है।

इस घटना से करीब 15 दिन पहले इसी क्षेत्र में तेंदुआ एक चार वर्षीय बालक अयांश को घर के पीछे से उठा ले गया था जिसका अगले दिन अधखाया शव बरामद किया गया था।

उधम सिंह नगर जिले में भी हाल ही में मां के सामने खेल रहे एक चार साल के बालक को तेंदुआ उठा ले गया था।

देहरादून में राजपुर क्षेत्र के जाखन और कैनाल रोड के निवासी इन दिनों तेंदुए को लेकर इतनी दहशत में हैं कि उन्होंने सुबह की सैर पर जाना तक छोड़ दिया है।

इस क्षेत्र के पार्षद कमल थापा ने बताया कि इलाके के दुकानदार भी दुकानें जल्द बंद कर रहे हैं। वन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में लोगों से वन्यजीव की बहुलता वाले वन क्षेत्रों में अकेले जाने से परहेज करने, यथासंभव समूह में यात्रा करने तथा हमेशा सतर्क रहने की सलाह दी गयी है।

दिशा निर्देशों में कहा गया है कि वन क्षेत्रों से गुजरते समय अपने साथ छड़ी आदि रखें। वन्यजीवों के पास जाने एवं उसके फोटो खींचने से बचने की सलाह भी लोगों को दी गयी है और कहा गया है कि वन्यजीव के साथ उसके बच्चे या शावक होने की स्थिति में विशेष सावधानी बरतें।

गौशाला, शौचालय और घरों के आस-पास झाड़ियों की नियमित रूप से सफाई करने एवं प्रकाश की व्यवस्था करने की सलाह भी लोगों को दी गयी है ताकि तेंदुए या किसी अन्य वन्यजीव को छिपने की जगह न मिले।

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