मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजीव कुमार यादव ने बताया कि दमकल की चार गाड़ियां लगाकर आग पर काबू पा लिया गया है, मगर एक बच्चे को नहीं बचाया जा सका. कोतवाली प्रभारी निरीक्षक हिमांशु निगम ने बताया, “मोहल्ला आजमनगर में जोगियान गली निवासी शादाब रविवार शाम पांच बजे नमाज पढ़ने गए थे. बेटा शेखू और बेटी अरीना कमरे में सो रहे थे.” यह भी पढ़ें: Delhi Building Collapse: दिल्ली में बड़ा हादसा, सिलेंडर फटने से गिरी इमारत, 8 लोग जख्मी
उन्होंने बताया, “पत्नी समरीन इफ्तार (रोज़ा खोलने) के लिए बरामदे में खाना बना रही थीं. इस बीच सिलेंडर के रेगुलेटर से गैस रिसाव होने लगा जिससे पहले बरामदे में और फिर कमरे में आग फैल गई.” निगम ने बताया कि समरीन शोर मचाती हुई मदद के लिए बाहर भागी तथा पड़ोसियों की सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने बचाव कार्य शुरू किया.
उन्होंने बताया कि काफी मुश्किल से दोनों बच्चों को निकाला गया, लेकिन घटना में शेखू (सात) और उसकी बहन अरीना (12) झुलस गए. अधिकारी ने बताया कि उन्हें जिला अस्पताल और फिर निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रविवार देर शाम शेखू की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है .
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