वाशिंगटन, 23 जुलाई अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप प्रशासन के मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पाबंदी लगाने वाले आदेश को रद्द करने वाला विधेयक बुधवार को पारित कर दिया जो मुस्लिम अमेरिकियों और मानवाधिकार समूहों के लिए एक सांकेतिक जीत है।
डेमोक्रेट के नियंत्रण वाले सदन में 183 के मुकाबले 233 मतों से इस विधेयक को पारित कर दिया गया।
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हालांकि रिपब्लिकन के नियंत्रण वाली सीनेट में इस विधेयक के पारित होने की संभावना नहीं है।
विधेयक के समर्थन में काम कर रहे समूहों में से एक मुस्लिम एडवोकेट्स की कार्यकारी निदेशक फरहाना खेड़ा ने कहा, ‘‘यह मुसलमानों के लिए ऐतिहासिक क्षण है।’’
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व्हाइट हाउस ने मार्च में इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा था कि यात्रा प्रतिबंध न लगाने से ‘‘अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचेगा’’ और यह प्रतिबंध कोविड-19 को फैलने से रोकने के प्रशासन के प्रयासों में अहम साबित हुआ है।
मतदान से पहले डेमोक्रेट्स ने इस विधेयक को मुसलमानों के खिलाफ पक्षपातपूर्ण बताया जिनके देश में प्रवेश पर ट्रंप ने प्रतिबंध लगा दिया था।
इस यात्रा प्रतिबंध में पांच मुस्लिम बहुल देशों ईरान, सोमालिया, यमन, सीरिया और लीबिया पर पाबंदियां लगाई गई थी। बाद में उत्तर कोरिया और वेनेजुएला सरकार के कुछ अधिकारियों और उनके परिवारों पर भी प्रतिबंध लगाया गया था।
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