लखनऊ, छह जनवरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह बलिदान की अतुलनीय मिसाल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह महाराज शहीद पिता के पुत्र हैं और शहीद पुत्रों के पिता भी हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के पिता गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने देश व धर्म के लिए शहादत दी।
यहां जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को डीएवी कॉलेज में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व में शामिल हुए। उन्होंने समागम में आए बच्चों का कुशलक्षेम जाना और उन्हें टॉफी-चॉकलेट दी।
उन्होंने कहा कि 26-27 दिसंबर को पूरे देश ने गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के चारों साहिबजादों (बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह) के साथ जुड़ते हुए उनकी स्मृतियों को नमन किया और मां गुजरी के प्रति श्रद्धा व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर सिंह ने अपना शीश दिया, लेकिन भारत के शीश ‘कश्मीर’ को बचाया जो आज भी भारत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के दो छोटे साहिबजादे जोरावर सिंह-फतेह सिंह ने इस्लाम स्वीकार करने से इंकार कर दिया जिसके बाद उन्हें दीवारों में जिंदा चुनवा दिया गया।
उन्होंने कहा कि चमकौर युद्ध में बड़े साहिबजादे बाबा अजीत सिंह और जुझार सिंह शहीद हो गए और इस दुख में मां गुजरी देवी का प्राणोत्सर्ग हुआ।
उन्होंने कहा ‘‘सब कुछ खोने के बाद भी गुरु गोबिंद सिंह ने कहा कि चार मुए तो क्या हुआ, जीवित कई हजार... यह मंत्र आज भी पूरे भारत के लिए नई प्रेरणा है। उनका कथन 'सवा लाख से एक लड़ाऊं, तब गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं...' गुरु परंपरा के प्रति श्रद्धा का भाव है जो नई ऊर्जा का संचार और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि सिख गुरुओं गुरु नानक देव, गुरु अर्जुन देव, गुरु तेगबहादुर, गुरु गोबिंद सिंह महाराज ने जो परंपरा डाली, वे परंपराएं और उनका गौरवशाली इतिहास आज भी प्रेरणा प्रदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘प्रकाश पर्व उसी प्रेरणा का दिवस है। लखनऊ का सौभाग्य है कि गुरु तेग बहादुर सिंह महाराज गुरु गोबिंद सिंह को बाल्यकाल में लेकर यहां आए और यहियागंज गुरुद्वारे में रुके थे। उनकी ऐतिहासिक परंपरा का संरक्षण करना, उसे बढ़ाकर भावी पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराना हमारा दायित्व बनता है।’’
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गुरु गोबिंद सिंह सिखों के 10वें गुरु थे।
आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ''महान संत, सिखों के दशम गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक गुरु श्री गोबिन्द सिंह जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व पर उन्हें कोटि-कोटि नमन!''
उन्होंने कहा, ''धर्म और मानवता की रक्षा के लिए समर्पित उनका पराक्रमी जीवन हम सभी को सत्य, सेवा और त्याग के मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करता है।''
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