जब तक मोदी और उनकी विचारधारा को नहीं हटाएंगे, तब तक समृद्धि नहीं आएगी: मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘तानाशाही’ के विचार में विश्वास करने का आरोप लगाया और दावा किया कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी विचारधारा को सत्ता से नहीं हटाया जाएगा, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आ सकती.
नयी दिल्ली, 31 मार्च : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ‘तानाशाही’ के विचार में विश्वास करने का आरोप लगाया और दावा किया कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी विचारधारा को सत्ता से नहीं हटाया जाएगा, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आ सकती. उन्होंने यहां ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में यह भी कहा कि संविधान बचाने और लोकसभा चुनाव में जीत के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना है. इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, शरद पवार समेत विपक्ष के कई प्रमुख नेता मौजूद थे.
खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी लोकतंत्र नहीं चाहते. वह तानाशाही के विचार वाले हैं.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा के कुछ अन्य नेताओं से एक कार्यक्रम में मुलाकात का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मुझसे जेपी नड्डा जी ने पूछा कि आपका चुनाव प्रचार कबसे शुरू हो रहा है, सूची जारी कब कर रहे हैं. मैंने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे, क्योंकि हमारे खाते से पैसे चोरी हो गए हैं.’’ खरगे ने दावा किया कि कांग्रेस के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ किया गया, ताकि वह चुनाव नहीं लड़ सके. उन्होंने लोगों का आह्वान किया, ‘‘जब तक हम मोदी को नहीं हटाएंगे, मोदी के विचारधारा को नहीं हटाएंगे, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आएगी.’’ यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024: पीएम मोदी ने UP के मेरठ से किया चुनावी शंखनाद, पिछले दोनों लोकसभा चुनाव में भी इसी शहर से हुई थी शुरुआत, यहां देखें LIVE
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संविधान है, तो आरक्षण है. संविधान है, तो मौलिक अधिकार मिलेंगे. संविधान नहीं है, तो कुछ नहीं मिलेगा.’’ उन्होंने कहा कि अगर भाजपा जैसी पार्टी संविधान बनाती, तो महिलाओं को मतदान का अधिकार नहीं मिलता. खरगे ने दावा किया, ‘‘आरएसएस जहर की तरह है. अगर आप इसको चाटकर देखेंगे तो भी मरेंगे, पीएंगे तो भी मरेंगे.’’
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए सबको एकजुट होना पड़ेगा.