Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद देश में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. राजनितिक पार्टियां जीत को लेकर रैली पर रैली कर रहे है. इसी कड़ी में बीजेपी भी चुनाव प्रचार में जुट गई है. लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने पिछली बार की तरफ इस बार भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से रविवार को चुनावी शंखनाद की शुरुआती की है. प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव का शंखनाद करते हुए अपने संबोधन में पिछले दस के विकास का जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार चुनाव बाद आगे का भी रोड मैप बनाना शुरू कर दिया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने धारा 370 को हटाने. तीन तलाक पर कानून बनाने समेत कई मुद्दों पर बात की.
पीएम मोदी के संबोधन से पहले प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री की तारीफ़ भी की. सीएम योगी ने पिछली सरकारों की आलोचना भी की. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रदेश में हुए दंगों का भी जिक्र करते हुए कहा की शहर में कर्फ्यू चाहिए या कवाड यात्रा. वहीं एनडीए में शामिल होने के बाद सभा में RLD चीफ जयंत चौधरी भी मौजूद थे. उन्होंने भी अपने संबोधन में प्रधानमंत्री की तारीफ़ की. यह भी पढ़े: Lok Sabha Election 2024: पीएम मोदी, राहुल गांधी, मनोहर लाल…जानें VIP सीटों पर कब होगी वोटिंग?
यहां देखें लाइव:
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi मेरठ में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए... #गौरव_समारोह https://t.co/3BcHgwrtte
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 31, 2024
बताना चाहेंगे कि मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा अलीगढ़ मंडल की 26 लोकसभा सीटों की 72 विधानसभा ऐसी हैं, जहां जाट वोट प्रभावित करता है. माना जाता है कि वेस्ट यूपी में 16.9 प्रतिशत आबादी जाट समुदाय की है.
एक और खास बात यह रही है कि 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों ने पूरे देश का राजनीतिक माहौल बदल दिया, और भाजपा को इसको सीधा सीधा फायदा मिला. यही वजह रही है कि देशभर में या फिर पश्चिमी यूपी में जब-जब चुनावी रैलियां हुई हैं. मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र हुआ है. इससे सियासी माहौल को हवा दी गई है, और इसी के सहारे भाजपा अपने वोट बैंक को सबसे ज्यादा मजबूत कर रही है.
बताना चाहेंगे कि मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा अलीगढ़ मंडल की 26 लोकसभा सीटों की 72 विधानसभा ऐसी हैं, जहां जाट वोट प्रभावित करता है. माना जाता है कि वेस्ट यूपी में 16.9 प्रतिशत आबादी जाट समुदाय की है.
एक और खास बात यह रही है कि 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों ने पूरे देश का राजनीतिक माहौल बदल दिया, और भाजपा को इसको सीधा सीधा फायदा मिला. यही वजह रही है कि देशभर में या फिर पश्चिमी यूपी में जब-जब चुनावी रैलियां हुई हैं. मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र हुआ है. इससे सियासी माहौल को हवा दी गई है, और इसी के सहारे भाजपा अपने वोट बैंक को सबसे ज्यादा मजबूत कर रही है.