देश की खबरें | यूडीएफ ने दलित लड़की के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए एसआईटी की मांग की

तिरुवनंतपुरम, 12 जनवरी विपक्षी यूडीएफ ने रविवार को पथनमथिट्टा जिले में एक दलित लड़की के यौन उत्पीड़न की घटना को आघात बताते हुए राज्य सरकार से आरोपों की जांच के लिए महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आग्रह किया।

इसमें कथित तौर पर 62 से अधिक लोग शामिल थे।

लड़की (जो अब 18 वर्ष की है) ने अपनी हालिया शिकायत में आरोप लगाया है कि 13 वर्ष की उम्र से 62 लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया।

इसके बाद समाज में आक्रोश फैल गया।

कांग्रेस नीत मोर्चे ने कहा कि मामले में शामिल कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाना चाहिए और इसके लिए पूरी तरह विश्वसनीय जांच तथा व्यापक साक्ष्य संकलन की आवश्यकता है।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा, "इसके लिए सरकार को तुरंत एक महिला आईपीएस अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल नियुक्त करना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में यह पता लगाना भी आवश्यक है कि क्या ऐसे और भी अपराध हैं जो अभी सामने आने बाकी हैं।

विपक्ष के नेता ने कहा कि पथनमथिट्टा की लड़की के साथ हुआ क्रूर उत्पीड़न हमारी व्यवस्था की कमियों और कमजोरी का सबूत है।

पथनमथिट्टा में एक दलित लड़की के कथित यौन उत्पीड़न के सिलसिले में चौदह लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि मामले में कई अन्य लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है।

सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने अधिकारियों से तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है और न्याय दिलाने के लिए निष्पक्ष और समयबद्ध जांच पर जोर दिया है।

केरल महिला आयोग (केडब्ल्यूसी) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि आयोग ने स्वयं ही मामला दर्ज कर लिया है और इसकी अध्यक्ष पी. सती देवी ने पथनमथिट्टा के पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में तत्काल रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)