Maharashtra के लोगों के लिए ‘फैमिली डॉक्टर’ बन गए हैं उद्धव ठाकरे: शिवसेना
उद्धव ठाकरे (Photo Credits: Facebook)

मुंबई, 11 मई : शिवसेना ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राज्य के 12 करोड़ लोगों के लिए ‘‘परिवार का चिकित्सक’’ बताते हुए कहा कि ‘‘सबका ख्याल रखने वाले उनके व्यवहार’’ और प्रयासों ने राज्य को कोविड-19 (COVID-19) वैश्विक महामारी का ‘‘खतरे का स्तर’’ पार करने से बचा लिया. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भी वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से निपटने के महाराष्ट्र के प्रयासों की सराहना की है. मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों के साथ हालिया संवाद में उनसे अपील की थी, कि वे मरीजों में संक्रमण का जल्द पता लगाने और समय पर उनका उपचार करने में मदद करें. संपादकीय में ठाकरे को ‘‘कोविडोलॉजिस्ट’’ करार देते हुए कहा गया है कि वह संभवत: ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कोविड-19 संकट का विस्तार से अध्ययन किया है.

शिवसेना ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ठाकरे ने महामारी का विस्तार से अध्ययन किया और वह मामलों की संख्या कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वह महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों के लिए (एक तरह से) परिवार के चिकित्सक बन गए हैं.’’ उसने कहा, ‘‘उन्होंने महाराष्ट्र को खतरे का स्तर पार नहीं करने दिया. इतना ही नहीं, ठाकरे लोगों के लिए परिवार के चिकित्सक बनकर कोविड-19 से लड़ने में उनका साहस बढ़ा रहे हैं. उनका सहयोग करना सभी का कर्तव्य है.’’ पार्टी ने कहा कि देश के अन्य राज्यों से कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले लोगों के शवों के ढेर की मन को झकझोर देने वाली तस्वीरें अंतरराष्ट्रीय मीडिया में प्रकाशित हो रही हैं. शिवसेना ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र से इस प्रकार की कोई तस्वीर नहीं आई है. इसके लिए यदि मुख्यमंत्री ठाकरे को नहीं, तो फिर किसे श्रेय दिया जाना चाहिए?’’ यह भी पढ़ें : हर भारतीय को वैक्सीन लगाए बगैर कोरोना को हराना मुश्किल, सिर्फ 2 के बजाय और कंपनियों को वैक्सीन बनाने में लगाए केंद्र सरकार- अरविंद केजरीवाल

उसने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी कर रही है, जिससे बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका है. शिवसेना ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता तीसरी लहर के दौरान बच्चों को इससे बचाना है और उन्होंने चिकित्सकों से बच्चों में कुछ लक्षणों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है. उन्होंने ठाकरे पर संक्रमण के डर से अपने आवास से बाहर नहीं निकलने का आरोप लगाने के लिए भाजपा और अन्य विपक्षी दलों पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ठाकरे ने अनावश्यक रूप से बाहर निकलना बंद कर दिया है.’’